भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष बदलना तय


रितेश मेहता
भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष बदलने का तय हो गया है,जैसे ही इकबाल सिंह बेस को 6 महीने का एक्सटेंशन मिला तो यह बात तय हो गई कि आने वाले विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अगुवाई में ही अगला विधानसभा का चुनाव लड़ने प्रदेश भारतीय जनता पार्टी मैदान में उतरेगी। इन सब चर्चाओं को बल मिलता है जब अभी 2 दिन पहले प्रदेश कार्यालय में आयोजित भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति में शिवराज जी पूरे आत्मविश्वास के साथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहते हैं कि मेरे पास मेरे तरकश में अभी काफी तीर हैं चिंता मत करो प्रदेश में हम फिर से सरकार बनाएंगे । बात मध्य प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष की तो अभी इस नामों के ऊपर चिंतन चल रहा है ,मध्य प्रदेश मैं वर्तमान के प्रदेश स्तरीय सभी नेता जो मध्य प्रदेश का नेतृत्व करते हैं अभी एक नाम पर सहमति नहीं बना पा रहे हैं । मुख्यमंत्री शिवराज चौहान चाह रहे हैं कि भूपेंद्र सिंह बन जाए तो दूसरे नंबर पर उनके पास राजेंद्र शुक्ला का नाम है । भूपेंद्र सिंह नाम के ऊपर मध्य प्रदेश के अन्य नेता एकमत नहीं हो पा रहे हैं वहीं वर्तमान के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शुक्ला ब्राह्मण समाज से आते हैं इसलिए ब्राह्मण समाज से दोबारा अध्यक्ष बनाना यह पार्टी के लिए संभव नहीं है इससे अन्य समाज के लोग नाराज हो जाएंगे ऐसा अनुमान है। अन्य नामों में सुमेर सिंह जी का भी नाम आ रहा है लेकिन सुमेर सिंह सोलंकी नाम पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मध्यप्रदेश इकाई तो तैयार है लेकिन भारतीय जनता पार्टी का कोई नेता तैयार नहीं है । अनुसूचित जाति से अन्य नाम गजेंद्र पटेल का चर्चा में है। सांसद गजेंद्र पटेल लोकप्रिय तो है लेकिन संगठन क्षमता में कमजोर हो सकते हैं । प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व चाहता है कि आने वाला अध्यक्ष राजनीतिक रूप से सक्षम हो संगठनात्मक रूप से उससे ज्यादा सक्षम हो तभी प्रदेश में दोबारा भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन सकती है।

आने वाले 15 दिनों में वही व्यक्ति प्रदेश का नेतृत्व संभालेगा जिस नाम के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल, राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य सत्यनारायण जटिया के साथ-साथ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश नेतृत्व और प्रदेश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इकाई सामूहिक रूप से तय करेंगी।
अर्थात भारतीय जनता पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जो व्यक्ति ,नेता सामने आएगा वह निश्चित रूप से अनुभवी राजनेता और संगठनात्मक रूप से सशक्त होगा जो नवंबर में होने वाले महाभारत में अपनी पार्टी को विजय दिलाएगा और वह कौन होगा यह आने वाला समय बताएगा।