रितेश मेहता
कर्नाटक विधानसभा चुनाव समाप्त होने के पश्चात भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व की नजर अब अगले 3 विधानसभा चुनाव जो माह नवंबर में संपन्न होने जा रहे हैं पर है। मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ में वर्तमान में मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है। भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व चाहेगा कि आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इन तीनों विधानसभा क्षेत्र पर तीनों प्रदेशों पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने जिसका फायदा आने वाले लोकसभा चुनाव में मिले। इन सब बातों को दृष्टिगत रखते हुए इन तीनों प्रांत में जो संगठन में फेरबदल करना है, वह आने वाले 7 दिनों में सामने आ जाएगा मध्यप्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन में परिवर्तन होने की पूर्ण संभावना है, यही कारण है कि मध्य प्रदेश के वर्तमान अध्यक्ष श्री वी डी शर्मा जिनका कार्यकाल 12 मार्च 23 को समाप्त हो चुका है उनको दोबारा पुनः नियुक्ति स्थापना का आदेश प्राप्त नहीं हुआ है, संभावना व्यक्त की जा रही है कि मध्य प्रदेश में अगले 7 दिनों में नया प्रदेश अध्यक्ष आने की संभावना है। अब यह कौन होगा यह केंद्रीय नेतृत्व करेगा लेकिन जो संभावना व्यक्त की जा रही है, उसमें सबसे ऊपर प्रह्लाद पटेल जी का नाम है। पहलाद पटेल लोधी- लोधा समाज से आते हैं और उनके साथ लगभग 35 साल का राजनीतिक अनुभव है,श्री पटेल ने युवा मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी के संगठन में काफी दिनों तक कार्य किया है, अगर बीडी शर्मा को हटाया जाता है तो प्रह्लाद पटेल का नाम प्रदेश अध्यक्ष बनने में सबसे ऊपर है ,क्योंकि वर्तमान में मध्यप्रदेश विधानसभा में जो 230 विधानसभा सीट में 68 विधानसभा सीटों पर लोधी समाज का वर्चस्व लोधी समाज पूरी तरह भाजपा के लिए समर्पित है दूसरा नाम अनुसूचित जनजाति के वर्तमान में लोकसभा के सांसद श्री गजेंद्र पटेल का भी संभावना व्यक्त की जा रही है गजेंद्र पटेल भारतीय जनता पार्टी में दूसरी पीढ़ी के कार्यकर्ता हैं उनके पास भी संगठन चलाने का पूरा राजनीतिक अनुभव है और वे अपने लो प्रोफाइल मैं काम करने के कारण जाने भी जाते हैं। उनका भारतीय जनता पार्टी में पुराने और नए कार्यकर्ताओं से परिचय और समन्वय है। छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ अनुसूचित जनजाति के नेता श्री नंदकुमार साय के इस्तीफे के बाद उत्पन्न हुए वातावरण को परिवर्तन करने में गजेंद्र पटेल का नाम सबसे उपयुक्त है। गजेंद्र पटेल का भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं से व्यक्तिगत परिचय और संबंध हैं।
अध्यक्ष की दौड़ में तीसरा नाम सुमेर सिंह सोलंकी का भी हो सकता है सुमेर सिंह सोलंकी वर्तमान में राज्यसभा के सदस्य हैं और वे संघ के निकट माने जाते हैं उन्हें मध्य प्रदेश के संघ का आशीर्वाद प्राप्त है। उनके साथ एक ही ऋणात्मक बात है और वह भारतीय जनता पार्टी के नए कार्य करता है, उन्होंने कभी भी भारतीय जनता पार्टी के संगठन का कार्य नहीं किया है ना ही वह भारतीय जनता पार्टी में संगठन में कभी किसी पद पर रहे हैं इसलिए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से उनका परिचय नगण्य है जो उनके नाम पर चर्चा के लिए संभावना की कमी पैदा करता है। चौथा नाम भारतीय जनता पार्टी में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के पूर्व महामंत्री वर्तमान राज्यसभा सदस्य श्री अजय प्रताप सिंह जी का भी चल रहा है ।अजय प्रताप सिंह स्वर्ण जाति से आते हैं वर्तमान में मध्यप्रदेश में राजपूत -ठाकुर समाज से कोई भी नेतृत्व ऊभरकर नहीं आ रहा है भारतीय जनता पार्टी में यह चर्चा है कि हो सकता है कि अगला प्रदेश अध्यक्ष इसी समाज से आए जिससे मध्यप्रदेश में जातिगत संभावनाओं को राजनीतिक रूप से जमाया जा सके। अजय प्रताप सिंह ने युवा मोर्चा से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं उन्होंने शिवराज जी और नरेंद्र सिंह तोमर की युवा मोर्चा की टीम में भी कार्य किया है, संगठनात्मक रूप से सशक्त है।अजय प्रताप सिंह के साथ दूसरी सबसे बड़ी संभावना यह है कि वह विंध्य क्षेत्र से आते हैं भारतीय जनता पार्टी के इतिहास मैं आज तक विंध्य क्षेत्र से कोई भी व्यक्ति पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नहीं बना है जनसंघ के जमाने में लंबे समय तक वित्त मंत्री रहे श्री रामहित गुप्ता अध्यक्ष रहे हैं उसके बाद से विंध्य/ बुंदेलखंड क्षेत्र को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश में कोई नेतृत्व नहीं मिला। पिछले विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की विधायकों की संख्या अच्छी खासी रही है लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार में उनका नेतृत्व न करने रहा जिसके कारण बिंद क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में काफी असंतोष है जो मध्यप्रदेश के नेतृत्व की जानकारी में है इन सब बातों को देखते हुए यह संभावना व्यक्त की जा रही है इस बार भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष विंध्या क्षेत्र से हो सकता है ।
मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बनने पर दो नेता और दौड़ मैं हैं वह हैं सागर से भूपेंद्र सिंह और रीवा क्षेत्र से राजेंद्र शुक्ला वर्तमान में मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ब्राह्मण वर्ग से आते हैं इसलिए राजेंद्र शुक्ला का नाम पर चर्चा की संभावना कम है । भूपेंद्र सिंह वर्तमान मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के अत्यंत नजदीकी व्यक्ति होने के कारण भी उनके नाम पर चर्चा होना होने की संभावना कम है और वैसे भी कई बार भूपेंद्र सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष बनने की अनिच्छा जाहिर की है ।
अभी आने वाला सप्ताह ही बताएगा कि भारतीय जनता पार्टी अपने परिवर्तन फेरबदल में किस व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष बनाती है लेकिन यह तय है कि वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की पुरानी पीढ़ी के कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष को देखते हुए अगला प्रदेश अध्यक्ष वही होगा जिसमें पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं का विश्वास हो, पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मान दें ,पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चले। भारतीय जनता पार्टी आने वाले सप्ताह में क्या निर्णय मध्यप्रदेश को लेकर करती है यह देखना होगा।