अखंड कीर्तन सप्ताह 30 मार्च से…….. धर्मेंद्र श्रीवास्तव का धार्मिक संकलन,

धर्मेंद्र श्रीवास्तव का धार्मिक संकलन-:
श्री राम नाम धुन कीर्तन सप्ताह 30 मार्च संध्या वेला 4:00 बजे से प्रारंभ होगा,
हरे रामा, हरे कृष्ण, कृष्णा कृष्णा हरे, हरे,
रामा रामा हरे हरे, के कीर्तन से सराबोर होगा,
श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज प्रांगण,
कीर्तन सप्ताह के आरंभ के पूर्व मंदिर समिति की तैयारियां जोरों पर,
मंदिर परिसर के आसपास श्री दादा दयालु सुंदरकांड मंडल के पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक श्री संतोष पवार मंदिर के आसपास की भूमि मे लगे पौधों को प्रतिदिन पानी दे रहे हैं,
वही सभा मंडप में स्थाई रूप से कालीन बिछाई जा रही है,
भक्तों में है,
अपार उत्साह और उमंग का माहौल,
निरंतर 24 घंटे चलने वाले कीर्तन सप्ताह में 12 टीमों के माध्यम से पहरेदार करेंगे,
अखंड श्री राम नाम कीर्तन सप्ताह को पूर्ण,
श्री हनुमान जयंती के दूसरे दिन तक चलने वाले अखंड कीर्तन सप्ताह में बड़ी संख्या में महिला पुरुष बच्चे सहभागिता करते हैं,
और प्रभु श्री राम की भक्ति में लीन होकर श्री दादा देव खेड़ापति हनुमान जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं,
हनुमान जयंती को ब्रह्म मुहूर्त में चढ़ाई जाती है, “ध्वजा”
एवं श्री रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित शक्ति पाठ का भक्ति भाव से पठन किया जाता है, मंदिर संचालक,
परिवार की ओर से श्री द्वारका प्रसाद गोराना विद्वान ब्राह्मणों का तिलक कर वस्त्र दान कर सम्मान करते हैं प्रसादी वितरण के साथ भक्तजन श्री हनुमान जी को शक्ति याद दिला कर अपनी अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने हेतु आवाहन करते हैं,
मंदिर संचालक प्रथम श्रेणी ठेकेदार श्री द्वारका प्रसाद गोराना बताते हैं,
कि यह परंपरा वर्षो पुरानी है जिसका निर्वहन हम आज भी करते आ रहे हैं,
और आगे अनंत काल तक हमारे परिवार के लोग करते रहेंगे, सप्त दिवसीय यह धार्मिक आयोजन सभी भक्तजनों में ऊर्जा का संचार करने वाला है,
शास्त्र सम्मत है,
कि कलयुग केवल नाम अधारा जपत जपत भवर सिंधु पारा,
इसी को चरितार्थ करने के लिए भक्तजन वर्षों से श्री हनुमान जी महाराज के चरणों में, भजन एवं कीर्तन के माध्यम से अपने जीवन को भवसागर से पार उतारने का कार्य कर रहे हैं,
जो भक्ति भाव से ओतप्रोत है वही पूर्ण ऊर्जा के साथ लगे समाजसेवी और परम दयालु भक्त सुदीप तिवारी बताते हैं,
कि मंदिर परिसर में रहकर सबसे ज्यादा आनंद सभा मंडप गर्भ ग्रह और चंगा बाबा की कुटिया में झाड़ू पोछा और साफ सफाई करने में आता है,
जिस प्रकार से हम यहां पर साफ सफाई करते हैं,
उसी प्रकार से हमारे जीवन में भी विभिन्न प्रकार के रोगों का नाश होकर श्री लक्ष्मी का मार्ग प्रशस्त होता है प्रभु श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज कब प्रसन्न होकर कहां से हमारे खाते में करोड़ों की राशि का प्रवेश करा दे कहते ही बनता है,
कल्पना से परे श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त होता है और हो रहा है, हम अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख रहे हैं,
मंदिर परिसर के पश्चिम क्षेत्र में जीवित संत की समाधि है,
समाधि के ऊपर शिवलिंग स्थापित है,
यहां समाधि पर स्थित शिवलिंग के सन्मुख बैठकर पाठ एवं जाप करने से शीघ्र समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है,
परिसर में स्थित हार सिंगार के वृक्ष से पुष्पों को लेकर भगवान भोलेनाथ को अर्पण करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है,
वहीं दक्षिण में काल भैरव विराजमान है,
जो भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं,
ज्ञात रहे श्री काल भैरव को मिष्ठान का भोग लगता है,
एवं श्रीफल अर्पण करने से प्रसन्न हो जाते हैं,
विशाल एवं भव्य शिखर गर्भ ग्रह एवं अष्ट खंभों से आच्छादित सभा मंडप देखते ही बनता है,
पहरेदार एवं अधिवक्ता झंमक लाल चौधरी बताते हैं कि श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज की महिमा अपरंपार है,
इनका आशीर्वाद कल्पना से परे और यथार्थ के निकट है,
वही सत्यनारायण पेंटर बताते हैं,
कि श्री हनुमान जी महाराज का दिव्य दर्शन समस्त रोगों का नाश करने वाला एवं शक्ति एवं ऊर्जा को भरने वाला है,
वही व्यवस्थापक श्री गोराना बताते हैं कि भंडारे के अवसर पर मनीष श्रीवास्तव के नेतृत्व में चौधरी परिवार एवं अन्य दयालु भक्त भोजन के बाद प्लेटो को साफ करने का कार्य बड़े ही सरल भाव से करते हैं जिससे भक्तों को पुण्य की प्राप्ति होती है,
यह धार्मिक भावना से ओतप्रोत कार्यक्रम पूरे नगर एवं आसपास के क्षेत्र के लोगों के भक्ति भाव का सशक्त प्रमाण है,
प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी सप्त दिवसीय महा रुद्राभिषेक विभिन्न पदार्थों के माध्यम से पंडित प्रदीप मिश्रा के माध्यम से नमक चमक विधि से किया जाएगा,
वही प्रतिष्ठित व्यापारी मनोहर चौधरी बताते हैं,
कि जिस प्रकार से प्रत्येक माह मोबाइल में रिचार्ज करवाया जाता है,
उसी प्रकार मान सम्मान पत्र प्रतिष्ठा धन वैभव एवं आरोग्य की प्राप्ति हेतु श्री हनुमान जी महाराज दादा दयालु के चरणों में कीर्तन करके अपने जीवन को धन्य बनाया जा सकता है,
पूर्व क्रिकेटर कमल चौधरी बताते हैं कि कीर्तन भक्ति का सबसे सरल मार्ग है जो श्री दादा दयालु के चरणों में 2 घंटे प्रतिदिन भजन करके कीर्तन करके जीवन को धन्य बनाता है,
सरदारपुर नगर के लिए यह धार्मिक स्वाभिमान का भक्तिमय कार्यक्रम है,
जो अनवरत कई पीढ़ियों तक ऐसे ही धर्म के मार्ग को प्रशस्त करता रहेगा,
वही अध्यापक एवं राम भक्त श्री सुनील गर्ग बताते हैं कि श्री हनुमान जी के चरणों में चारों धाम है,
श्री राकेश शर्मा बताते हैं कि श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज के सन्मुख भजन करके कीर्तन करके ऐसा प्रतीत होता है कि हमारी 4 पीढ़ियां धन्य हो गई,
वही पहरेदार श्रीमती मंजू जोशी बताती है,
कि दयालु की भक्ति का प्रसाद अपरंपार है,
इनकी महिमा का वर्णन अतुलनीय है,
हमारा महिला मंडल चैत्र मास की नवरात्रि से ही भाव विभोर होकर रामनवमी की प्रतीक्षा करता है,
कि कब रामनवमी आए और हम श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज के चरणों में जाकर कीर्तन का आनंद लें,
और अपने जीवन को धन्य बनाएं,
वही सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष अधिवक्ता भूपेंद्र जोशी बताते हैं,
कि मेरे तो जीवन का सार श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज है,
वह समाचार लिखे जाने तक संवाददाता के सामने नाचते गाते झूमते कहते हैं,
कि…..
राम राम बोलो मन हरे राम बोलो रे…. 🙏 🙏