अग्रसेन महासभा की मेजबानी में नवयुगलों ने जूठन नहीं छोड़ने, साफ-सफाई रखने और पर्यावर संरक्षण के संकल्प लिए
इंदौर, । गोधूलि बेला में शहनाई एवं ढोल-नगाड़ों की सुर लहरियों के बीच बायपास स्थित अग्रसेन महासभा भवन रविवार शाम 9 युगलों के परिणय बंधन का साक्षी बन गया। इसके पूर्व इस्कॉन मंदिर से 9 घोडियों पर सवार दूल्हों तथा 4 बग्घियों में बैठी सजी-धजी 9 दुल्हनों की शोभायात्रा बैंड-बाजों सहित निकाली गई। सभी परंपरागत रस्मों के निर्वहन के बाद संध्या को नवयुगलों ने सात जन्मों तक साथ निभाने के लिए सात फेरे और आठवां फेरा अपने घर-आंगन को आजीवन पॉलीथीन से मुक्त रखने के संकल्प के साथ लिया। वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल, प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल के आतिथ्य में ढेरो उपहारों सहित नवयुगलों को सजल आंखों से बिदाई दी गई।
श्री अग्रसेन महासभा की मेजबानी में महासभा भवन पर गणेश पूजन के साथ उत्सव का शुभारंभ हुआ। दूर-दूर से आए वर-वधू पक्ष के मेहमानों ने पूरे उल्लास के साथ परंपरागत रस्मों का पालन किया। वर-वधू पक्षों के बीच सामेला हुआ तो होली और फूलों के रंगों से कार्यक्रम स्थल महक उठा। बैंडबाजों एवं प्रत्येक दूल्हे को छत्र-चंवर और एक रथ पर सवार महाराजा अग्रसेन के चित्र सहित इस्कॉन मंदिर से शोभायात्रा में नाचते-गाते मेहमानों और पदाधिकारियों का काफिला महासभा भवन पहुंचा, जहां 9 तोरण द्वार, 9 लग्नवेदी, 9 विद्वान एवं 9 मंडपों की व्यवस्था की गई थी। तोरण की बेला में हजारों समाजबंधु मौजूद थे, जिन्होंने पुष्पवर्षा कर नवयुगलों के यशस्वी मंगलमय जीवन की शुभकामनाएं समर्पित की।
आशीर्वाद समारोह – लग्न के पश्चात नवयुगलों ने समाजसेवी प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, शुभाष बजरंग, पवन सिंघानिया, अविनाश ओएस्टर, प्रवेश अग्रवाल, नितिन अग्रवाल पाथ के आतिथ्य में महाराजा अग्रसेन के चित्र की साक्षी में सभी युगलों को आजीवन जूठन नहीं छोड़ने, अपने आसपास साफ सफाई रखने और पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास करने के संकल्प लिए। सभी युगलों को गृहस्थी में काम आने वाली वस्तुएं भेंट की गई। संचालन सचिव एस.एन. गोयल ने किया और आभार माना प्रमुख संयोजक जगदीश बाबाश्री ने। इस अवसर पर शहर के अग्रवाल समाज की प्रमुख संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।