अदृश्य संत की प्रेरणा से, (अखंड राम नाम धुन कीर्तन सप्ताह) “1934” से लगातार, इस वर्ष भी, ( 31 मार्च से 06 अप्रैल 2023) तक भक्तजन झूमेंगे,” श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज की भक्ति में” रिपोर्ट, धर्मेंद्र श्रीवास्तव,

“अखंड राम नाम धुन कीर्तन सप्ताह”

क्षेत्र की सबसे बड़ी भक्ति श्रंखला की धार्मिक रिपोर्ट,

रिपोर्ट-: धर्मेंद्र श्रीवास्तव

इस वर्ष भी आरंभ होने जा रहा है,

दिनांक 30 मार्च 2023 गुरुवार से,

हिंदू नव वर्ष आरंभ,

नवरात्रि एकम तिथि से,

“श्रीरामचरितमानस”

“9 दिनों तक पारायण” 

 पठन करेंगे सर्व ब्राह्मण समाज अध्यक्ष,

श्री दादा दयालु हनुमान भक्त, 

अधिवक्ता पंडित भूपेंद्र जोशी,

विशाल एवं भव्य दरबार, श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज का, जहां प्रतिवर्ष श्री राम नवमी से लेकर हनुमान जयंती तक होते हैं,

श्री राम कीर्तन, हरे रामा हरे कृष्ण, कृष्णा कृष्णा हरे हरे,

रामा रामा हरे हरे,

गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो,

राधा रमण हरि गोविंद बोलो, कीर्तन से पूरा वातावरण भक्ति मय हो जाता है,

वास्तु शास्त्र के अनुसार निर्मित विशाल एवं भव्य गर्भ ग्रह,

भव्य शिखर, और गर्भ ग्रह में विराजे श्री दादा दयालु हनुमान जी महाराज की प्रतिकृति मूर्ति स्वरूप में,

स्वयं प्राकट्य श्री हनुमान जी महाराज सदैव रहते हैं,

अपने प्रभु श्री राम की भक्ति में लीन,

अष्ट खंभों से आच्छादित विशाल सभा मंडप,

जहां महिला पुरुष भक्तजन सप्ताह भर 24 घंटे,

ढोल, मजीरे एवं हारमोनियम और तबले की थाप पर करते हैं,

संकीर्तन,

जैसे ही होलिका दहन निकट आता है,

भक्तों में प्रभु श्री राम की भक्ति और हनुमान की शक्ति के रंग उमंग और उल्लास के संग बिखरने लगते हैं,

यत्र- तत्र चौराहों चौपालो पर धार्मिक चर्चाएं आरंभ हो जाती है,

इस बार श्री राम नवमी किस अंग्रेजी दिनांक को है,

आकुल व्याकुल होकर भक्तजन प्रभु की भक्ति विभिन्न तरीकों से करने की तैयारियां आरंभ कर देते हैं,

इस वर्ष भी हर्ष और उल्लास चरम पर है,

वही श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज धाम के,

“व्यवस्थापक”

क्लास वन ठेकेदार श्री द्वारका प्रसाद गोराना,

विशाल एवं भव्य आयोजन की तैयारियों में जुट चुके हैं,

उन्होंने महिला पुरुष बच्चे एवं वरिष्ठ पहरेदारो के साथ संवाद स्थापित करना आरंभ कर दिया है,

विशाल एवं भव्य मंदिर का रंग रोगन पूर्ण हो चुका है,

नगर के पश्चिम छोर पर स्थित पर्वत पर विराजमान श्री हनुमान जी महाराज खेड़ापति कहलाते हैं,

दादा दयालु कहलाते हैं,

मंदिर के दक्षिणी छोर पर क्षेत्रपाल काल भैरव विराजमान है,

वहीं पश्चिम में जीवित संत की समाधि स्थित है,

समाधि के ऊपर शिवलिंग आच्छादित है,

श्री गोराना पत्रकार चर्चा में वर्णन करते हैं,

कि भव्य एवं विशाल मंदिर का निर्माण हमारे पूर्वज स्वर्गीय श्री नंदाबा के द्वारा करवाया गया है,

और उन्हीं के आशीर्वाद से मुझे इसके संचालन का पदभार प्राप्त हुआ, जिसे में पूरी कर्मठता के साथ निभा रहा हूं,

इस वर्ष “श्री राम नाम संकीर्तन सप्ताह”

कार्यक्रम को भव्यता देने के लिए नगर के सभी भक्तजनों से आवाहन करता हूं,

कि अधिक से अधिक संख्या में अपने अपने दो 2 घंटे के कालखंड में उपस्थिति प्रदान कर,

श्री राम भक्ति, श्री कृष्ण भक्ति,

श्री हनुमान भक्ति में लीन होकर समस्त भक्तजन अपने जीवन को धन्य बनाएं…..   

चित्र श्रद्धालु भक्तों के द्वारा संकीर्तन करने के अवसर का…..  

“श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज का विशाल एवं भव्य शिखर युक्त मंदिर”