31 जनवरी को गोधूलि बेला पर, ओड़ाई जाएगी, मां माही को 301 फीट की चुनरी, बालीपुर धाम एवं माही मधु कन्या संगम के संतों का मिलेगा सानिध्य, माही पंचकोशी पदयात्रा समिति एवं प्रशासन के सहयोग से माही हुई जल से लबालब,

मध्यप्रदेश दर्शन न्यूज़ पोर्टल, 
जिला ब्यूरो चीफ जिला धार, 
धर्मेंद्र श्रीवास्तव की धार्मिक रिपोर्ट-: 
माही तू आनंद का भंडार है, 
माही तू पृथ्वी का अमृत है, 
माही तुम सब को मोहने वाली हो, 
श्रद्धा विश्वास और आस्था एवं भक्ति भाव का उमड़ेगा जनसैलाब,

मध्य प्रदेश के धार जिले की सबसे बड़ी पंचकोशी पदयात्रा…..

मध्य प्रदेश का धार्मिक स्वाभिमान…..

1 फरवरी को प्रातः 9:30 बजे झंडे की बोली के साथ प्रारंभ होगी पदयात्रा…..

भक्तजन बढ़-चढ़कर लेंगे झंडे की बोली में हिस्सा….. 

(लगभग 25000 श्रद्धालु पंचक्रोशी यात्रियों के आने की संभावना!) 

20600 तीर्थों का सार अपने में समाहित करें,

मध्य प्रदेश की सबसे प्राचीन धार्मिक नदी,

कर्क रेखा को दो बार काटने वाली ब्रह्मांड की प्रथम नदी,

पंचकोशी पदयात्रा समिति अध्यक्ष मनीष बाबा श्रीवास्तव ने बताया कि, इस बार प्रशासन एवं समिति के कार्यकर्ताओं का सहयोग सराहनीय है, सभी के अथक प्रयासों से आज माही जल से लबालब भरी है,

श्रद्धालु भक्त पंचकोशी यात्रा के साथ माही में डुबकी लगाकर अपने जीवन को धन्य करेंगे,

कोई मोक्ष की प्राप्ति के लिए, कोई अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए करता है, माही पंचक्रोशी यात्रा यात्रा, यात्रा से भक्त जनों को प्राप्त होता है, पुण्य एवं होती है, उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण,

इस वर्ष 26 वी माही पंचकोशी पदयात्रा को लेकर सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है,

भक्तजनों में है,

अपार उत्साह एवं आनंद,

बालीपुर धाम से अपना सानिध्य प्रदान करेंगे,

श्री श्री योगेश जी महाराज एवं माही मधु कन्या संगम क्षेत्र से सम्मिलित होंगे श्री श्री रामेश्वर गिरी महाराज,

मध्यप्रदेश के निमाड़ क्षेत्र के साथ-साथ गुजरात एवं राजस्थान से भी भक्तजन करते हैं,

(माही पंचकोशी पदयात्रा)

इस पंचकोशी पदयात्रा में झाबुआ, थांदला, पेटलावद,

क्षेत्र से भी पंचकोशी यात्रियों के आने की पूर्ण संभावना है,

“लगभग 6 माह से प्रतिदिन 500 महिला श्रद्धालु”

माही मैं प्रतिदिन स्नान कर रही है, इस वर्ष प्रशासकीय अधिकारियों के अथक प्रयास से जलाशय के माध्यम से जल भरने से माही की रौनक देखते ही बन रही है, कल कल कर धारा प्रवाह माही का जल भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने के लिए आतुर है,

100 से अधिक ग्रामों की यात्रा के साथ 150 किलोमीटर की पदयात्रा 5 फरवरी को माही तट सिद्ध क्षेत्र सरदारपुर पर महा प्रसादी के वितरण के साथ पूर्ण होगी!