मध्य प्रदेश दर्शन न्यूज़ पोर्टल,
धार्मिक रिपोर्ट…
धर्मेंद्र श्रीवास्तव…
मध्य प्रदेश का धार्मिक स्वाभिमान “माही पंचकोशी पदयात्रा” सरदारपुर…
मनीष श्रीवास्तव (बाबा) 14, वी बार संभालेंगे माही पंचकोशी पदयात्रा में अध्यक्ष के रूप में कमान,
मनीष श्रीवास्तव के पुनः अध्यक्ष बनने पर माही पंचकोशी पदयात्रा समिति कार्यकर्ताओं में उत्साह एवं उमंग का माहौल,
30 जनवरी की रात्रि से पहुंचेंगे श्रद्धालु माही तट सरदारपुर,
31 जनवरी को निकलेगी विशाल एवं भव्य चुनरी यात्रा,
1 फरवरी से होगी यात्रा प्रारंभ 5 दिवस तक चलने वाली यह धार्मिक यात्रा 5 फरवरी को होगी पूर्ण, 26 वी माही पंचकोशी पदयात्रा को लेकर क्षेत्र के श्रद्धालु भक्तों में उत्साह उमंग और भक्ति भाव का माहौल,
मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी यह पंचकोशी पदयात्रा जिसको लेकर धार जिले की मनावर कुक्षी डही निसरपुर गंधवानी एवं संपूर्ण निमाड़ क्षेत्र से पदयात्री हजारों की संख्या में इस विशाल एवं भव्य पांच दिवसीय पंचकोशी पदयात्रा में सम्मिलित होते हैं, गुजरात एवं राजस्थान से भी पंचकोशी पद यात्री पहुंचते हैं, प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी अपनी,
भव्यता के साथ नगर से होकर माही पंचकोशी पदयात्रा निकलेगी,
जिसको लेकर आगामी तैयारियां आरंभ कर दी गई है,
स्कंद पुराण के कुमारीका खंड में वर्णित माही महात्म्य के अनुसार गंगा की 5 बार माही की एक बार स्कंद पुराण के अनुसार महत्व है कि यदि मनुष्य अपने जीवन में माही नदी की एक बार पंचकोशी पदयात्रा करता है तो उसे गंगा की पांच बार की गई परिक्रमा का फल मिलता है,
मान, सम्मान, पद, प्रतिष्ठा, धन, वैभव, आरोग्य के साथ-साथ श्रद्धा भाव से की गई पंचकोशी पदयात्रा मनुष्य को राजयोग भी प्रदान करती है,
और मनुष्य समस्त पापों से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त करता है,
नदी पुराण के अनुसार माही सागर तीर्थ क्षेत्र गुप्त तीर्थ क्षेत्र है,
(चित्र अध्यक्ष पद मनोनयन के अवसर के,)