“श्री दादा दयालु खेड़ापति मंदिर” पर होगा भव्य धार्मिक आयोजन, भक्तजन सुंदरकांड के पठन माध्यम से करेंगे प्रभु की आराधना,

राम रसायन तुम्हारे पासा, 

सदा रहो रघुपति के दासा, 

संगीतमय सुंदरकांड की होगी प्रस्तुति,

अंग्रेजी वर्ष 2022 की होगी विदाई,

अंग्रेजी नव वर्ष 2023 के आगमन का स्वागत होगा, 

 सनातनी रंग में….

सुमधुर संगीत के साथ पठन की जाएगी सुंदरकांड की चौपाइयां,

रिपोर्ट-:
मध्य प्रदेश दर्शन न्यूज़ पोर्टल एवं मासिक पत्रिका
जिला ब्यूरो चीफ जिला धार,

धर्मेंद्र श्रीवास्तव,

“संगीतमय सुंदरकांड”

का आयोजन,

प्रस्तुति “श्री दादा दयालु खेड़ापति भक्त मंडल”

एवं श्री राम भक्त मंडल द्वारा होगी,

आकर्षक दोहे एवं चौपाइयों की प्रस्तुति,

कार्यक्रम आयोजक मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि,

प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी 31 दिसंबर को रात्रि 8:00 बजे,

सत्य सनातन धर्म से सराबोर यह कार्यक्रम,

प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी मनाया जा रहा है,

वर्ष के अंतिम दिवस की रात्रि को,

सरदारपुर नगर एवं क्षेत्र के राजाधिराज,

अतुलित बल के धाम श्री राम भक्त, 

श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज के चरणों में नमन के साथ, सुख शांति समृद्धि एवं आरोग्य की प्राप्ति हेतु यह धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है,

इसी धार्मिक कड़ी में इस वर्ष भी अंग्रेजी नववर्ष 2022 की विदाई,

पर प्रभु का धन्यवाद एवं नवीन अंग्रेजी वर्ष 2023 के सुखद आगमन की कामना के साथ,

यह धार्मिक कार्यक्रम किया जाता रहा है,

और इस वर्ष भी आयोजित हो रहा है,

वही दयालु भक्त पूर्व क्रिकेटर कमल चौधरी ने बताया कि,

प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान धाम पर रात्रि में श्री दादा दयालु प्रांगण में प्रति वर्ष अनुसार चारों ओर लकड़ियों में अग्नि प्रज्वलित कर अग्नि तापने की व्यवस्था की जाएगी,

वही शाकाहारी व्यंजनों का नैवेद्य लगाकर,

अल्पाहार की व्यवस्था भी की गई है,

श्री दादा दयालु खेड़ापति भक्त मंडल के वरिष्ठ सदस्य,

पंडित सुदीप तिवारी ने बताया कि,

यह कार्यक्रम धार्मिकता से ओतप्रोत होकर प्रभु श्री दादा दयालु खेड़ापति हनुमान जी महाराज के चरणों में अपने जीवन को धन्य बनाने की ओर प्रेरित करता है,

भक्त भक्ति भाव में डूब कर प्रभु के शरणागत हो जाते हैं,

मैं नगर एवं आसपास के भक्तों से, आवाहन करता हूं कि,

इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पधारे,

धार्मिक संगत एवं पंगत का आनंद लें,

अपने जीवन को आरोग्य पूर्ण बनाकर धर्म का मार्ग प्रशस्त करें,

एवं अपने जीवन को धन्य बनावे,