कोरोना से लड़ने के लिए, सरकार के द्वारा किए गए कार्यों पर संदेह करना निंदनीय है, धर्मेंद्र श्रीवास्तव,

महामारी पर विस्तृत रिपोर्ट-:

धर्मेंद्र श्रीवास्तव,

केंद्रीय मंत्री का भारत जोड़ो यात्रा,

को स्थगित करने का प्रस्ताव सराहनीय,

केंद्र सरकार की उच्चतम विचारधारा पर संदेह,

करने के पहले कुछ पहलुओं पर मनन करना नितांत,

आवश्यक है,

महामारी को लेकर, 

सरकार का एकदम चैतन्य होना,

 

चीन में पुनः फैली महामारी है,

चीन से यह दुखद समाचार आना कि वहां लाशों को रखने के लिए भी जगह नहीं है,

विश्व के सबसे बड़े प्रजातांत्रिक देश भारत को चिंतनीय होना आवश्यक, चीन के साथ-साथ अन्य देशों में भी अलर्ट की सूचना जारी की जा चुकी है, ऐसे में यह प्रस्ताव आना कहीं से कहीं तक निराधार नहीं है,

यदि सरकार जांच के लिए प्रेरित कर रही है,

तो इसे भी अस्वीकार नहीं करना चाहिए,

क्योंकि वर्तमान स्थिति में जांच किया जाना नितांत आवश्यक है,

इसी से पता चलेगा कि हमारी सरकार के द्वारा लगाए गए टीके कितने कारगर सिद्ध हुए,

क्योंकि पूरा विश्व जानता है,

कोरोना को समाप्त करने के लिए अभी तक कोई कारगर औषधि उपलब्ध नहीं है,

 अभी तक कोरोनावायरस ने 40 स्ट्रेन बदल लिए हैं,

क्या?

प्रशंसा की बात नहीं,

भारत जैसे विशाल देश में 90% से भी अधिक लोग निशुल्क एवं सुविधाजनक टीकाकरण करवा चुके हैं,

और इनमें से 26% लोग बूस्टर डोज भी लगवा चुके हैं,

निशुल्क, और यह विश्व गौरव की बात नहीं की दुनिया में सबसे सस्ता और अत्यधिक प्रभावी टीका,

भारत का ही, माना गया है,

और यदि ऐसी स्थिति में देश की सरकार स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से भीड़ से दूरी बनाने एवं मास्क का उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रही है तो इसमें राजनीति कहां से आ गई,

विपक्ष को इस महामारी से लड़ने के लिए इस महत्वपूर्ण पहलू को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए….

और देश हित में,

स्वास्थ्य हित में,

देश की वर्तमान सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस निर्णय को सर्वमान्य बनाकर सहयोग करना चाहिए!