रतलाम । शासन के सांसद गुमानसिंह डामोर एवं कलेक्टर अलीराजपुर गणेशशंकर मिश्रा पी एच ० ई ० के कार्यपालन यंत्री डी .एल सूर्यवंशी, सुधीरकुमार सक्सेना व अन्य अधिकारियों व नेताओं के विरुद्ध न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ,अलीराजपुर श्री अमित जैन द्वारा भादवि की धारा 197 217. 269 403 406 , 409 एवं 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है तथा उक्त सभी के विरुद्ध सूचना पत्र जारी करने के आदेश दिये है । इन्दौर दिनांक 25-12-2021 महू इन्दौर के पत्रकार श्री धर्मेन्द्र शुक्ला के द्वारा उक्त आरोपी के विरुद्ध करीब छै सो करोड के घोटाले में लिप्त होने संबंधी समस्त प्रमाणित दस्तावेज प्रस्तुत करते हुये उक्त धाराओं के अन्तर्गत अपराध पंजीबद्ध किया जाकर उनके विरूद्ध है। साथ ही उक्त सभी आरोपी पर भादवि की धारा 120 बी का आरोप भी लगाया गया है । प्रकरण इस प्रकार है कि वर्तमान मंत्री डामोर तत्कालिन समय पर कार्यपालन यंत्री पलोरोसिस नियंत्रण परियोजना के रूप में पदस्थ था तथा अन्य लोग भी उसके साथ सहयोगी थे। जिन्होंने फ्लोरोसिस नियंत्रण एवं पाईप सप्लाई मटेरियल खरीदी व अन्य कई योजनाओं के नाम पर जो कि अलीराजपुर और झाबुआ क्षेत्र में की जानी भी उनके लिये करोड़ों रुपये के बिल स्वयं ही पास किये गये और अपने प्रभाव से पास करवाये गये तथा विभिन्न योजनाओं में खर्च बताते हुये करीब छाछ सो करोड़ का चुना जनता के धन को लगाया और नौकरी से रिटायर्ड होने के बाद अब भाजपा का नेता बना फिर रहा है । उक्त लोगों ने और उनके कर्मचारियों ने ना तो आदिवासी क्षेत्र में कोई फ्लोरोसिस नियंत्रण का काम किया ना क्षेत्र मे हेड पप्प खुदवाये ना पानी की व्यवस्था की ना ही कोई युनिट आदि की स्थापना की केवल भ्रष्टाचार से पैसा ही बनाते रहे ।। इस पर उक्त संगीन अपराधी के दस्तावेजों के धर्मेन्द्र शुक्ला द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष सन 2015 एवं 2017 में याचिकाएं लगाई गई थी और याचिका में पारित आदेश के अनुशरण मे अलीराजपुर की न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के समक्ष परिवाद मय दस्तावेजों के पेश किया है और न्यायालय में गवाहों के कथन करवाये है। जिस पर से कोर्ट ने 2280 / 2021 दर्ज किया गया है जिसमे आरोपियों की उपस्थित होने के लिये दिनांक 17-01-2022 तारीख नियत की गई है । भ्रष्टाचार के इतने बड़े मामले को भी नजर अंदाज करके तथा उनके सारे अपराधों पर पर्दा डालकर अपराधियों को राजनीती में जगह दी जाकर मंत्री बनाने की तैयारी है जो दीमक की तरह चाट गये उन्हीं को सिर पर बिठा कर वर्तमान सरकार अपने ईमानदार होने का दिढोरा पीटकर झूठा प्रचार करती है । वर्तमान प्रकरण वर्तमान सरकार की असलियत का ताजा प्रमाण हैं । संगीन अपराधियों को यदि राजनिती से बाहर नहीं किया गया तो पुरे देश को नष्ट होने में समय नहीं लगेगा । प्रकरण में धर्मेन्द्र शुक्ला की और से पैरवी अभिभाषक हरीश शर्मा एवं पीसी जैन अधिवक्ता द्वारा की जा रही है ।