*खोदरा महादेव यानी छोटा अमरनाथ…!!!*
इंदौर के पास भी बाबा अमरनाथ हो सकते हैं यह सुनकर उन्हें यकीन नहीं होगा जिनकी जानकारी में नहीं है लेकिन जिन्हें जानकारी है या एक बार दर्शन कर आए हैं उन्हें छोटा अमरनाथ बाबा के दर्शन व स्थल के रमणीय दृश्यों का अवश्य अहसास हो जाएगा। हम बात कर रहे हैं महादेव खोदरा की। विंध्याचल पर्वत श्रँखला में महादेव खोदरा जिसे छोटा अमरनाथ के नाम से भी जाना जाता है। भगवान शंकर के एक सिद्ध स्थान के रूप में इंदौर जिले की महू तहसील में मौजूद है। जिसे खोदरा महादेव के नाम से जाना जाता है। भगवान महादेव का यह स्थान एक ऊंची पहाड़ी के मध्य में स्थित है। इस मंदिर के पास ही एक बड़ा सा झरना बहता है।
महू से लगभग 30 किलोमीटर दूर पर्यटक स्थित चोरल डेम से 10 किलोमीटर आगे विंध्यांचल की पहाड़ियों पर मौजूद ग्राम पंचायत बड़ी जाम के बुरालिया गांव के खोदरा में गुफा के अन्दर महादेव का यह स्थान है। जहां शिवलिंग के साथ ही नंदी भी विराजमान हैं। पहाड़ी के तल पर मौजूद खोदरा गांव होने से इस स्थान का नाम खोदरा महादेव की गुफा पड़ा। गुफा के ऊपर बहुत अधिक ऊंचाई से एक झरना भी है, जिसमें निरंतर पानी बहता रहता है। गुफा में विराजित भगवान शिव के लिंग पर पर रिसते पानी से निरंतर अभिषेक होता है। गुफा के आस पास गहरी खाई भी है। कहा जाता है की यह शव लिंग स्वयं ही स्थापित है। ऐसा भी माना जाता है की अश्वत्थामा भी यहाँ शिव पूजन व दर्शन को आते हैं। शिवरात्रि के अलावा सावन मास के सोमवार को भी यहाँ श्रद्धालुओं की काफ़ी संख्या होती है। शिवरात्रि पर मेले और भंडारे तथा महाआरती का आयोजन भी यहाँ होता है।
गुफा तक जाने के लिए पहले कोई मार्ग नहीं था तब श्रद्धालु पेड़ों का सहारा लेकर गुफा तक पहुंचते थे। आसपास के रहवासियों ने जन सहयोग से सीड़ी बनवाई है। इससे अब गुफा तक पहुंचना सरल हो गया है।
ऐसा माना जाता है की जो श्रद्धालु अमरनाथ
न जाए पाए तो एक बार मालवा के छोटा अमरनाथ में ही बर्फ़ानी बाबा के दर्शन कर पुण्य अर्जित कर सकते हैं। महादेव खोदरा पहाड़ी से करीब 2 हजार फुट नीचे प्राकृतिक गुफा में विराजित हैं। है। यहां बारिश के दौरान प्रकृति का सौंदर्य देखते ही बनता है।
गुफा तक पहुंचने के दौरान दूर-दूर तक हरियाली और मनमोहक दृश्य नजर आते हैं।
280 से अधिक सीढिय़ां
छोटा अमरनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए 2 हजार फीट नीचे गहरी खाई तक जाया जाता है।