(अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस)
सोमवार 26 जून 2023
समाचार -: धर्मेंद्र श्रीवास्तव
इंदौर शहर में 39% महिलाएं कर रही है नशा
इंदौर में ड्रग एडिक्ट युवाओं की संख्या 27%
20 से 35 साल की युवतियां सबसे ज्यादा नशे में लिप्त,
17 से 20 वर्ष की युवतियां आंकड़ों में 27% है,
20 से 35 वर्ष की युवतीया 39% है,
35 से 45 वर्ष की युवतिया 18% है,
अवयस्क युवतियों की संख्या चौकाने वाली है,
यह 16% है।
सर्वे के अनुसार
3 वर्ष में यह चौंकाने वाले आंकड़े है,
महिलाओं द्वारा नशे में संलिप्त रहने के तरीके भी आश्चर्यजनक,
38% महिलाएं तंबाकू का सेवन करती है,
32% महिलाएं शराब पीती है,
22 प्रतिशत महिलाएं ड्रग्स ले रही है,
8% महिलाएं अन्य नशा कर रही है,
महानगर में नशा करने का मुख्य कारण यह है,
3% लोग तनाव में रहने के कारण नशे से जूझ रहे हैं,
57% लोग मित्रों परिजनों की संगत में आकर नशा कर रहे हैं,
40% लोग बेरोजगारी के कारण नशे की ओर आकर्षित हो रहे है,
महानगर में ड्रग्स लेने वालों की हिस्सेदारी भी कम नहीं है,
20 वर्ष तक के लोग 32% है,
20 से 40 वर्ष के लोग 67% है,
40 से 60 वर्ष करीब 1% है,
ध्यान देने योग्य तथ्य -: 15 वर्ष के किशोर निशाने पर है ,15 से 35 वर्ष के युवा सबसे अधिक नशे की लत में पड़े हुए हैं ,नशा करने वालों में इनकी संख्या 63% है, यह सभी चौंकाने वाले आंकड़े रिपोर्ट मे 2019 से 2022 तक शहर के डाटा का विश्लेषण करने के साथ ही स्टिंग ऑपरेशन और कई क्षेत्रों में ऑनलाइन सर्वे कर इस रिपोर्ट को तैयार किया है, महानगर से बाहर निकल कर देखे तो इंदौर संभाग के लगभग सभी जिलों कि तहसीलो और नगरों में युवा गांजा और भांग का सेवन कर रहे, हैं बीड़ी और सिगरेट के सेवन का प्रचलन भी बड़ा है, चिकित्सकों की मानें तो इस प्रकार से नशा करना शरीर के लिए घातक है, फेफड़ों लीवर और हार्ट के लिए यह नशा सबसे ज्यादा घातक है, कैंसर उत्पत्ति का मुख्य कारक है ,देश और प्रदेश सरकार को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए और एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर, विद्यालय ,महाविद्यालय स्तर पर विभिन्न जन जागृति कार्य के माध्यम से स्वशासी संगठनों को परियोजना का कार्य सौंप कर, मोटिवेशनल कार्यशाला आयोजित करना चाहिए ताकि जनजागृति फैले और युवा इस नशे की लत से दूर हो सके, युवाओं की काउंसलिंग को लेकर भी एक योजना तैयार होना चाहिए, प्रचार प्रसार के अंतर्गत वॉल पेंटिंग भोपू प्रचार नुक्कड़ नाटक जागृति रथ एवं अन्य गतिविधियों के माध्यम से कार्य किया जाना चाहिए ,ताकि देश के युवा महिला पुरुष इस नशे की लत से बच सके और देश का कल्याण हो और हमारे देश की एक बड़ी आबादी बीमार होने से बच सकें।