प्रेस्टीज समूह ने आज़ादी के अमृत महोत्सव पर देश के `अनसंग हीरोज़’ को किया सम्मानित।
इदौर। प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा देश का 75वां स्वतंत्रता दिवस समारोह अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रेस्टीज समूह के पितृ पुरुष, भारत के स्वाधीनता संग्राम एवं विभाजन के साक्षी, वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी पद्मश्री डॉ नेमनाथ जैन ने ध्वजारोहण कर प्रेस्टीज शिक्षण समूह के सभी शिक्षण संस्थानों के छात्रों, फैकल्टीज को शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश के अनसंग हीरोज़ का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत स्वतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि, प्रदेश के गृह एवं इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने देश एवं प्रदेश के अनसंग हीरोज़ (अचर्चित विभूतियों), प्रमुख रूप से भारत के राष्ट्रिय प्रतीक के निर्माता स्व. दीनानाथ भार्गव की पत्नी प्रभा भार्गव को सम्मानित किया। इस अवसर पर गृह मंत्री ने जोनल एसपी स्पेशल ब्रांच इंदौर, डॉ. राजेश सहाय को कोरोना महामारी के दौरान उनके कर्तव्यपरायणता के लिए पीआईएमआर सोशल इम्पैक्ट अवार्ड तथा प्रसिद्ध संगीतज्ञ एवं भारतीय शास्त्रीय संगीत गायक गौतम काले को संगीत के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पीआईएमआर संगीत विशारद पुरस्कार से सम्मानित किया।
*उत्कृष्ट भारत का निर्माण शिक्षा, कड़ी मेहनत से संभव: डेविश जैन*
इससे पूर्व प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन तथा प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ डेविश जैन ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में उपस्थित छात्रों, फैकल्टीज के विशाल समूह को सम्बोधित करते हुए इन 75 सालों में देश द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों का जिक्र करते हुए छात्रों से देश को उसका स्वर्णिम इतिहास लौटाने तथा भारत को विश्व गुरु बनाने हेतु सामूहिक संकल्प लेने का आवाहन किया।
डॉ जैन ने कहा कि एक उत्कृष्ट भारत का निर्माण मात्र शिक्षा एवं कड़ी मेहनत से किया जा सकता है. शिक्षण संस्थानों में छात्रों में नैतिक शिक्षा पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि प्रेस्टीज शिक्षण समूह के विभिन्न शिक्षण संस्थानों टेक्स्ट बुक ज्ञान के अलावा छात्रों में नैतिक शिक्षा सामान्य रूप से दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि विभिन क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने बावजूद बढ़ती जनसंख्या देश के विकास में बाधा बन रही है। पर यदि यह बढ़गी जनसँख्या सकारात्मक रूप से राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे तो यह जनसंख्या हमारे लिए वरदान सिद्ध होगी।
उन्होंने कहा कि हमारा देश विश्व में सबसे अधिक युवाओं की जनसंख्या वाला देश है। यदि हम अपने इन युवाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य पर खर्च करें, इनके हितों की रक्षा करें तो ये हमारे समाज एवं देश में सकारात्मक बदलाव के प्रतीक बन सकते हैं।
डॉ जैन ने कहा कि प्रेस्टीज ग्रुप देश की उन गिने चुने संस्थानों में से एक है जो देश के भविष्य को श्रेष्ठ शिक्षा और तकनीक देने का काम कर रहा है। प्रेस्टीज ग्रुप आज के युवा को शिक्षित और सशक्तिकरण दे रहा है जिससे वह आत्मनिर्भर बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता, गुस्सा, अहंकार इंसान को बर्बाद कर देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रेस्टीज समूह अपने युवा छात्रों के सामूहिक प्रयास से भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का हर संभव प्रयास करेगा।
इस अवसर पर प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन डिपिन जैन, डायरेक्टर हिमांशु जैन, प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के सीओओ डॉ अनिल बाजपेयी, पीआईएमआर पीजी के सीनियर डायरेक्टर डॉ देबाशीष मलिक, पीआईएमआर यूजी के डायरेक्टर कर्नल एस. रमन अय्यर, पीआईएएमआर के डायरेक्टर डॉ मनोज कुमार देशपांडे, प्रेस्टीज पब्लिक स्कुल के डायरेक्टर डॉ प्रकाश चौधरी, अटल इन्क्यूबेशन सेंटर-प्रेस्टीज इंस्पायर फाउंडेशन के सीओओ डॉ संजीव पाटनी, पीआईएमआर, डिपार्टमेंट ऑफ़ लॉ के डायरेक्टर, डॉ निशांत जोशी, पीआईएमआर यूजी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ प्रतीक शर्मा के साथ साथ बड़ी संख्या में फैकल्टीज एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम में प्रेस्टीज शिक्षण समूह के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, विशेष रूप से प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल के छात्र छात्राओं द्वारा नयनाभिराम, देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गयी। समारोह में कॉलेज के कर्मचारी संजय सोनी जी और एम एल बैस का उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। समारोह का समापन प्रेस्टीज समूह के छात्रों, फैकल्टीज द्वारा निकाले गए तिरंगा यात्रा से हुआ। तिरंगा यात्रा में पीईएफ के चेयरमैन डॉ डेविश जैन के साथ समूह के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के डायरेक्टर ने भी भाग लिया।