भगवान श्री खजराना गणेश का मुकुट बनी तीर्थों की विकास गाथा से सजी राखी

 

इंदौर। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री खजराना गणेश जी को 40 बाई 40 विक्की राखी पालरेचा परिवार द्वारा बांधी गई।
शांतनु पाल रेचा एवं पुंडरीक ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के साथ सनातन धर्म के तीर्थ स्थलों के जीर्णोद्धार और उत्थान की झांकी दिखाई दे रही। राखी में अयोध्या के श्रीराम मंदिर, केंद्र में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु महेश विराजित हैं। साथ ही काशी विश्वनाथ एवम महाकाल मंदिर का कोरिडोर उज्जैन की प्रतिकृति बनाई गई है । नीचे की ओर बाबा अमरनाथ के साथ अमरत्व प्राप्त कबूतर जोड़ा भी दर्शन दे रहा है। अमृत महोत्सव के अंदर आजाद भारत का तिरंगा तिरंगा झंडा भी हैं। राखी के चारों ओर शक्ति स्वरूपा नव दुर्गा माता के नौ रूपों के साथ भगवान गणेश के आप 8 नामों का भी उल्लेख किया गया। गोलाकर का राखी को तैयार करने में लगभग ढाई महीने लगे इसे तैयार करने में पालरेचा परिवार एवं 25 तारीख कारीगरों ने इसे तैयार किया गया ।
पालरेचा परिवार द्वारा खजराना गणेशजी के अलावा उज्जैन महाकालेश्वर भगवान, चिंतामन गणेश , छोटा गणेश, मल्हारगंज, पंच कुइया स्थित वीरा अलिजा सरकार व बड़ा गणपति को राखी अर्पित की गई।