राष्ट्र के निरोगी रहने, विश्व शांति एवं जन कल्याण की कामना से अब तक 49 लाख आहुतियां संपन्न
इंदौर । पितृ पर्वत स्थित हनुमंत धाम पर चल रहे शिवशक्ति महायज्ञ में आज का दिन सबसे महत्वपूर्ण रहा, जब ढाई सौ से अधिक साधकों ने 25 यज्ञकुंडों पर दुर्गा सप्तशती महामंत्र से प्रत्येक कुंड पर 900, ललिता सहस्त्रनाम से प्रत्येक कुंड पर 1300, खड़गमाला एवं रुद्र स्वाहाकार से 300 आहुतियां प्रदान कर इस महायज्ञ में 51 लाख आहुतियां समर्पित करने के लक्ष्य को लगभग पूरा कर लिया। आज 9 लाख आहुतियां डाली गई। अब गुरुवार को गंगा दशहरे पर अभिजीत मुहूर्त में प्रातः 11.48 से दोपहर 12.12 के बीच इस दिव्य अनुष्ठान की पूर्णाहुति 2 लाख आहुतियों के साथ प्रख्यात संत मां कनकेश्वरी देवी के मुख्य आतिथ्य एवं श्री श्रीविद्याधाम के महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सानिध्य में होगी। आज महायज्ञ में सभी कुंडों पर स्वर्ण टिकिया सहित सौभाग्य सामग्री भी समर्पित की गई। आज भी पितरेश्वर हनुमान धाम के प्रमुख कैलाश विजयवर्गीय ने सपत्नीक इस महायज्ञ में आहुतियां समर्पित कर यज्ञशाला की परिक्रमा भी की।
शिवशक्ति साधना समिति के तत्वावधान में गत 1 जून से चल रहे इस महायज्ञ में आज गणेश, लक्ष्मीजी सूर्य नारायण, कृष्ण, शिव-पार्वती का दूध, गंगाजल, देश की पवित्र नदियों के जल, गुलाब जल, इत्र, अष्टगंध, चंदन, केशर एवं विभिन्न सुगंधित पदार्थों से तर्पण मार्जन (अभिषेक) किया गया। सौभाग्यवती महिलाओं एवं कन्याओं के पूजन के बाद यज्ञकुंड में सौभाग्य सामग्रियां भी समर्पित की गई। इनमें बिंदिया, साड़ी, नाक एवं कान के गहने, मंगलसूत्र, पायजेब एवं स्वर्ण टिकिया शामिल थी। संयोजक आचार्य पं. उमेश तिवारी ने शिवशक्ति की साक्षी में स्वर्ण टिकिया एवं रजत मुद्रा का वितरण सभी साधकों को किया। मुख्य यजमान दीपक खंडेलवाल एवं उनके परिजनों ने प्रधान कुंड पर आहुतियां समर्पित की। दोपहर के सत्र में आज भी पितरेश्वर हनुमान धान के प्रमुख कैलाश विजयवर्गीय ने भी सपत्नीक यज्ञशाला की परिक्रमा के बाद आहुतियां प्रदान की और यज्ञ नारायण की आरती में भाग लिया। आचार्य मंडल के ब्रह्मचारी आचार्य पं. प्रशांत अग्निहोत्री एवं आचार्य पं. राजेश शर्मा के मार्गदर्शन में आचार्य पं. आनंद शर्मा, पं. अमित शर्मा, पं. मनीष शर्मा, पं. आनंद शुक्ला, पं. शिव पुरोहित, पं. हरीश पुरोहित, पं. अभिषेक शर्मा सहित 21 विद्वानों ने राष्ट्र के निरोगी रहने, विश्व शांति, जनकल्याण एवं समाज में सदभाव के उद्देश्य से आहुतियां समर्पित की। साधकों एवं संतों का स्वागत सुनील केशरीमल जैन, शैलेष पोरवाल, अमित शर्मा, सुनील मालू, शैलेष मूंदड़ा, बलदेव जाजू, महेश खंडेलवाल, नरेन्द्र वाजपेयी, अशोक मेहता, नितिन माहेश्वरी आदि ने किया। आज महायज्ञ में भाग लेने वालों में मुंबई से रवि बूबना, अजमेर से संजीव खंडेलवाल, जयपुर से पवन शर्मा, जालंधर से संजय गोकुल, दक्षिण दिल्ली से पूर्व महापौर प्रीति अग्रवाल एवं देहरादून से उत्तराखंड के लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता रहे कुलदीप श्रीवास्तव भी शामिल थे।
यज्ञशाला की परिक्रमा जारी – शिवशक्ति महायज्ञ के आठवें दिन भी यज्ञशाला की परिक्रमा करने वालों का तांता लगा रहा। अनेक दिव्यांग, दृष्टिहीन और निःशःक्तजन भी परिक्रमा कर रहे हैं। परिक्रमा मार्ग पर कारपेट बिछाया गयाहै और कूलर की व्यवस्था भी की गई है। अनेक श्रद्धालु यज्ञ में सेवा कार्य करने के लिए पूरे दिन पितृ पर्वत पर रह रहे हैं। यज्ञ नारायण के साथ प्रतिदिन संध्या को पितरेश्वर हनुमान की आरती और उनकी पुष्प सज्जा का क्रम पहले दिन से ही जारी है।
यज्ञ के सूत्रधार आचार्य पं. उमेश तिवारी का सम्मान – संध्या को म.प्र. ज्योतिष एवं विद्वत परिषद की ओर से यज्ञ के संयोजक आचार्य पं. उमेश तिवारी, आचार्य पं. राजेश शर्मा, आचार्य पं. आदर्श शर्मा का महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सानिध्य में शाल-श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। परिषद के अध्यक्ष आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक ने खजराना गणेश मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट, रणजीत हनुमान मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास एवं अ.भा. ब्राह्मण परिषद के अध्यक्ष पं. योगेन्द्र महंत के आतिथ्य में सभी विद्वानों का सम्मान किया। प्रशस्ति पत्र संस्कृत में तैयार कए गए थे।