डीजीपी कोे ज्ञापन देकर इदरीश की मौत के मामले मे जांच करने की मांगी की

 

इन्दौर/18 अप्रैल 2022,मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश में अराजकता फैला रही है जिस तरह से खरगोन में 10 अप्रैल 2022 को तालाब चैक मैं सांप्रदायिक तनाव का माहौल बनाया गया वह हमारे सामने है तालाब चैक में रामनवमी के जुलूस की परमिशन नहीं दी गई थी पुलिस और प्रशासन द्वारा जब जुलूस को रोका गया सब जुलूस में शामिल विवादी संगठन के लोगो द्वारा प्रशासन और पुलिस कर्मियों पर जबरदस्ती करते हुए तालाब चैक मस्जिद के सामने घुसकर अराजकता फैलाई एवं तलवारें और लाठियां लेकर जबरदस्ती घुस गए अल्पसंख्यक बस्ती तालाब चैक में अल्पसंख्यकों के मकानों और दुकानों में आगजनी की घटनाएं पुलिस प्रशासन के सामने की गई खरगोन कब्रस्तान की मस्जिद में भी आग लगाई गई एवं मस्जिद की दीवारों पर राम लिख दिया गया झगड़ा पुलिस और प्रशासन का रामनवमी के जुलूस संचालकों के बीच में हुआ था की रामनवमी के जुलूस पर मुसलमानों ने अटैक किया विडंबना है प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस कर्मीयों के सामने अल्पसंख्यक बस्तियों के पदाधिकारी जुलूस के नाम पर प्रायोजित तरीके से घुसते हैं और सांप्रदायिकता फैलाते हैं यही खरगोन में हुआ जहां मुस्लिम कारोबारियों की दुकानें जलाई गई एवं मकानों में आग लगाई गई उसके बाद खरगोन में कर्फ्यू लगा दिया गया जाहिर है जब बहुसंख्यक अल्पसंख्यक बस्तियों में घुस आएंगे अल्पसंख्यक अपनी आत्मरक्षा जरूर करेंगे इसी कड़ी में अल्पसंख्यक समुदाय ने अपना बचाव किया कर्फ्यू के बाद अल्पसंख्यक लोगों की गिरफ्तारियां होने लगी कई अल्पसंख्यक नामजद किए गए जो दूसरे मोहल्लों में रहते थे, तालाब चैक से लगभग पांच 5 किलोमीटर दूरी पर छोटा मोहन टॉकीज, खसखस वाडी, पठान वाडी, खरगोन बस स्टैंड, सनावद रोड, संजय नगर पर रहने वालों के प्रशासन में मकानों को चिन्हित करते हुए प्रशासन ने बुलडोजर चलाया यह खरगोन प्रशासन ने बिना जांच के अल्पसंख्यकों पर एकतरफा कार्रवाई करते हुए लगभग 85 मकान तोड़े गए 11 अप्रैल को तालाब चैक की मस्जिद परिसर में बनी चार दुकानों पर भी बुलडोजर चलाए गए यह कैसा कानून है ? जिसमे बूढे, बच्चे, बेगुनाह नोजवानो को घरों में घुसकर पुलिस द्वारा मारा गया एवं घरों का नुकसान किया गया तथा लगभग 150 से ऊपर सिर्फ मुस्लिम पक्ष के लोगो को ही गिरफ्तार किया गया है, खरगोन में जहां अल्पसंख्यकों की बस्तियों में प्रशासन और पुलिस अल्पसंख्यकों के मकानों की तलाशी की जा रही है।

अलीम खान-पूर्व पार्षद की होटल जो घटना स्थान से बहुत दुर था एवं इस विवाद से अलीम खान कोई लेना देना नही है व अरिफ भाई की फैक्टरी में आग लगाई थी । फैक्ट्री साथ ही तीन चार बेकरी की दुकाने थी, जो जल कर खाक हो गई पुलिस द्वारा इस घटना की थ f.i.r नही लिखी गई ।

इदरीश की मौत को लेकर डीजीपी से जांच की मांग की एवं उनके जनसंपर्क पी.आर.ओ. आषीष शर्मा को कार्यालय में ज्ञापन दिया गया । जिसमे सैयद साजिद अली, परमजीत लाली सलुजा काजी आसिफ उददीन प्रताप सिंह गौर, उस्मान खान, शेख मुन्ने, इमरान अहमद जुल्फिकार अहमद, रईस मंसुरी मौजुद थे ।

माननीय डी.जी.पी. महोदय से मध्य प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी द्वारा अवगत कराते हुए मांग की जाती है खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा की न्यायिक जांच एवं हिंसा में घायल अल्पसंख्यकों की FIR लिखी जाये एवं इस तरह की घटनाओं को रोका जाए ।