इंद्र-इंद्राणी बने युवक-युवतियों ने पालकी को नाचते-गाते हुए कांधों पर उठाया – हुई अष्टप्रकारी पूजा

भगवान आदिनाथ के जन्म कल्याणक महोत्सव में निकली भव्य पालकी यात्रा

इंदौर,  पीपली बाजार स्थित सफेद मंदिर से आज सुबह अ.भा. श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक युवक महासंघ इंदौर द्वारा विशाल पालकी यात्रा निकाली गई। जैनाचार्य दिव्यानंद सूरीश्वर म.सा. एवं साध्वी चंदनाश्रीजी म.सा. की निश्रा में शहर में विराजित साधु-साध्वी भगवंत भी इस अवसर पर मौजूद थे। जैन समाज के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ के जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में निकाली गई पालकी यात्रा में इंद्र-इंद्राणी बने युवक-युवती, मंगल कलश एवं जैन ध्वजा धारण किए महिलाएं तथा गुलाबी साफे एवं श्वेत परिधान पहने पुरुष और बड़ी संख्या में शहर के जैन श्रीसंघों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

       आयोजन समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र जैन, महासचिव प्रीतेश ओस्तवाल एवं अमित श्रीमाल ने बताया कि सफेद मंदिर से प्रारंभ यह यात्रा दादा आदिनाथ की सुसज्जित पालकी सहित बड़ा सराफा, शकर बाजार, सीतलमाता बाजार, नरसिंह बाजार चौराहा, जवाहर मार्ग होते हुए पुनः मंदिर पहुंची, जहां नवकार परिवार के सदस्यों ने भगवान आदिनाथ की प्रतिमा के समक्ष अष्टप्रकारी पूजन का आयोजन किया। इसके पूर्व इंद्र-इंद्राणी की वेशभूषा में आए नवकार परिवार के युवक-युवितयों ने प्रभु आदिनाथ को सुसज्जित पालकी में विराजित कर पालकी को अपने कांधों पर लेकर उत्साह के साथ झूमते-गाते हुए ऐसा दृश्य उपस्थित किया कि हर कोई भक्तिभाव में डूबा रहा। मार्ग में अनेक स्थानों पर पालकी का पूजन भी किया गया। युवक महासंघ के अर्पित जैन, नरेन्द्र राठौर, कार्यक्रम संयोजक प्रमोद चौरड़िया, समीर मारू, सुजान चौपड़ा, जयेष पालरेचा, नितेश सोनगरा, पीयूष जैन, नीलेश बापना, अर्पित जैन, प्रनेह चौरड़िया एवं महिप मारू पूरे समय पालकी यात्रा की व्यवस्थाएं संभाले रहे। आचार्य राष्ट्रसंत दिव्यानंद सुरीश्वर म.सा. एवं साध्वीवर्या चंदनाश्रीजी म.सा. आदिठाणा ने भी अपने आशीर्वचन में दादा आदिनाथ के इस महोत्सव को प्रेरक और अनुकरणीय बताते हुए धर्म और संस्कृति की सेवा करने वाले युवाओं को साधुवाद दिया।

इस मौके पर नवकार  परिवार की ओर से जरुरतमंद परिवारों को मानवसेवा के तहत राशन सामग्री भेंट की गई। साथ ही निःशुल्क डायलिसिस सेवा के लिए भी महावीर डायलिसिस सेंटर को सहयोग राशि भेंट की गई। निवृत्तमान अध्यक्ष नीलेश सकलेचा ने बताया कि पीड़ित मानवता की सेवा का यह अभियान जारी रहेगा