लता और रफी के गीतों की प्रस्तुति से दी श्रद्धांजलि

इंदौर। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम लि. भोपाल द्वारा स्पेशल हैंडलूम एक्सपो का आयोजन विकास आयुक्त (हाथकरघा) वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली के सहयोग से इंदौर अरबन हाट परिसर में किया जा रहा हैं। इस एक्सपो में बुनकारी की प्रदर्शनी के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार की शाम संगीतमयी कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को समर्पित था जिसमें ग्वालियर के गायक संजय धूपर और हर्षिता कुशवाह ने लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी के गीत प्रस्तुत किए।

इस सुरीले आयोजन में केवल गीत ही प्रस्तुत नहीं किए गए बलि्क लता मंगेशकर से जुड़ी कई जानकारियां भी श्रोताओ को बताई गई। एकल और युगल गीतों की श्रंखला लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत संजय धूपर और हर्षिता कुशवाह ने फिल्म ‘सत्यम् शिवम् सुंदरम्’ के टाइटल सॉन्ग से की। इसके बाद हर्षिता ने लता मंगेशकर के द्वारा गाए गए गीतों में से कुछ चुनिंदा गीतों को यहां सुनाया। इन गीतों में ‘मेरे ख्वाबों में जो आए, अजीब दास्तां है ये, ये दिल और उनकी निगाहों के साए, रहें न रहें हम’ आदि शामिल थे। हर्षिता का साथ देते हुए संजय धूपर ने मो. रफी और लता मंगेशकर की जोड़ी वाले गीत सुनाए। इस जोड़ी ने ‘वो जब याद आए, साथिया नहीं जाना कि दिल ना लगे, वो हैं जरा खफा-खफा, लग जा गले, सोलह बरस की बाली उमर को सलाम’ सहित करीब 15 गीत यहां सुनाए। दोनों ही प्रस्तुतियां कराओके ट्रेक पर हुई। आयोजन में खासी संख्या में श्रोता उपस्थित थे। संजय धूपर के नाम 12 घंटे तक सतत मो. रफी के गीत गाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है।

*श्री* *डी*.*के*.*शर्मा* *प्रभारी एक्सपो एवं अरबन हाट प्रबंधक* ने बताया कि इस हैंडलूम एक्सपो में देशभर के बुनकरों की बेहतरीन कारीगरी लोगों को देखने को मिल रही है। साथ ही इस फील्ड से जुड़े विद्यार्थियों को कार्यशाला के माध्यम से बहुत कुछ सीखने को भी मिल रहा है। एक्सपो का आनंद दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक लिया जा सकता है। शाम 7 बजे यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हो रहे हैं।