जन जागरूकता के लिए नए अंदाज में होगी इंदौर मैराथन, घर बैठे शामिल हो सकते हैं प्रतिभागी

इंदौर,  : व्यायाम को बढ़ावा देकर स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता लाने के लिए एकेडमी ऑफ इंदौर मैराथनर्स (एआईएम) द्वारा इंदौर मैराथन का आयोजन किया जा रहा है। बीते सात वर्षों से हो रही मैराथन इस बार आठवें वर्ष भी भव्य तरीके से होगी। लेकिन इस बार इसका स्वरूप बदल दिया गया है। हर बार मैदान में होने वाली मैराथन इस बार ऑनलाइन होगी। मैराथन एक दिन में न होकर आठ दिनों तक चलेगी। इसमें शामिल होने के लिए प्रतिभागियों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है बल्कि वे घर बैठे ही या फिर आसपास के किसी भी गार्डन, मैदान में जाकर दौड़ लगाकर और इसका स्क्रीन शॉट पहुंचाकर इसमें शामिल हो सकते हैं।

कोरोना का नया वैरिएंट हर रोज नए हजारों लोगों को अपना शिकार बना रहा है। महामारी के फिर से पैर पसारने के बाद एआईएम ने ऑनलाइन आयोजन का निर्णय लिया। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और खुद को स्वस्थ रखने के उद्देश्य के साथ की जाने वाली इस मैराथन की थीम ‘दौड़ लगाओ, कोरोना भगाओ” रखी गई है।

हजारों लोगों में उत्साह, मैराथन के दौरान भी होंगे रजिस्ट्रेशन

एआईएम के प्रेसिडेंट डॉ. अरूण अग्रवाल ने बताया कि कई शोध और प्रयोग यह साबित कर चुके हैं कि अगर हम नियमित रूप से वॉकिंग, जॉगिंग और रनिंग करते हैं तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और हम कई बीमारियों से दूर रह सकते हैं। इसलिए जनजागरुकता लाने के लिए यह मैराथन रखी जाती है। बीते वर्ष भी पूरी सतर्कता रखते हुए बड़ा आयोजन किया था और इस बार भी करने जा रहे हैं लेकिन इस बार पूरा आयोजन ऑनलाइन होगा। रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं और बड़ी संख्या में इच्छुक रनर्स रजिस्ट्रेशन भी करवा रहे हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद प्रतिभागी अपने घर, गार्डन, मैदान, सड़क कहीं पर भी तय दूरी कर मैराथन में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए उन्हें किसी भी मोबाइल एप्लीकेशन पर अपना रिकॉर्ड दर्ज कर स्क्रीन शॉट पहुंचाना होगा। इसके आधार पर ही उन्हें मैराथन में उपस्थित माना जाएगा। मैराथन के दिनों में भी रजिस्ट्रेशन चालू रहेंगे। एआईएम की वेबसाइट पर जाकर प्रतिभागी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और आयोजन में शामिल हो सकते हैं।

आठ दिनों तक चार श्रेणियों में होगी मैराथन

एआईएम के सचिव विशाल मुद्गल ने बताया कि प्रतिभागियों की सुविधा को ध्यान में रखकर मैराथन एक ही दिन तक सीमित नहीं की गई है। 6 से 13 फरवरी तक मैराथन होगी। प्रतिभागी 5, 10, 21 और 42 किमी. की मैराथन के लिए खुद को रजिस्टर्ड करवा सकते हैं। एआईएम द्वारा अपनी कटिबद्धता का पालन करते हुए हर बार अलग थीम के साथ मैराथन रखी जाती है। इस बार यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि अगर हम नियमित रूप से रनिंग करते हैं तो कोरोना ही नहीं बल्कि कई तरह की बीमारियों से दूर रह सकते हैं और भविष्य में पैदा होने वाले संक्रमण भी हमें अपना शिकार नहीं बना सकेंगे। यह सबसे अच्छा, सबसे सस्ता तरीका है जिसमें उपकरणों, जिम आदि की जरूरत नहीं होती। एक्टिविटी पूरी करने का स्क्रीन शॉट पहुँचाने के बाद प्रतिभागी को खुद के नाम का मेडल और टीशर्ट (जो प्रतिभागी लिखवाना चाहे) कोरियर से भेजा जाएगा।

विदेशों से भी हो रहे रजिस्ट्रेशन

रेस डायरेक्टर सीए अभिषेक पारवाल ने बताया कि ऑनलाइन होने वाली मैराथन के लिए भी प्रतिभागियों में बड़ा उत्साह दिखाई दे रहा है। एकेडमी ऑफ इंदौर मैराथनर्स एक ऐसी संस्था है जो अपने वार्षिक आयोजन के लिए सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़ी पहचान रखती है। हर बार विदेशी प्रतिभागी भी इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाते हैं। यूके, यूएसए, अफ्रीका, सिंगापुर, मलेशिया आदि देशों के प्रतिभागी भी हर वर्ष मैराथन में शामिल होते हैं। इस बार भी कई विदेशी प्रतिभागी रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। भारत के प्रतिभागियों के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क 400 रुपए रखा गया है। इसी शुल्क में उन्हें मेडल, टीशर्ट भेजा जाएगा, जबकि विदेशी प्रतिभागियों के लिए कोरियर खर्च अलग होगा। सर्टिफिकेट एकेडमी ऑफ इंदौर मैराथनर्स की वेबसाइट पर अपलोड होगा जिसे प्रतिभागी डाउनलोड कर प्रिंट करवा सकते हैं।

अलग-अलग दिनों में भी तय कर सकते हैं दूरी

ऑनलाइन होने वाली इस मैराथन की सबसे खास बात यह है कि इसमें प्रतिभागियों के लिए किसी तरह का कोई बंधन नहीं रखा गया है। प्रतिभागी कहीं से भी कभी भी इस आयोजन में शामिल हो सकते हैं। जिस दूरी के लिए वे रजिस्ट्रेशन करेंगे, वो भी उन्हें एक बार में तय करना जरूरी नहीं है। उदाहरण के लिए अगर वे 42 किमी. के लिए रजिस्ट्रेशन करते हैं तो यह जरूरी नहीं है कि वे एक ही बार में इसे पूरा करे। दो या तीन बार में भी वे इस दूरी को तय कर अपना टारगेट पूरा कर सकते हैं।