सुमधुर गीतों के जरिए किया बच्चों ने लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक

सुमधुर गीतों के जरिए किया बच्चों ने लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक

इंदौर- सड़क सुरक्षा तथा लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने हेतु इंदौर पुलिस द्वारा विभिन्न संगठनों के साथ लगातार नित नए प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आईशर ग्रुप फाउंडेशन के इनिशिएटिव *सेफर रोड बैटर इंदौर* के अंतर्गत इंदौर पुलिस विभाग के तत्वाधान में रिजर्व इंदौर मध्य प्रदेश संगठन ने ‌सड़क सुरक्षा व यातायात नियमों की जागरूकता पर गीत प्रतियोगिता का आयोजन  प्रीतमलाल दुआ सभागृह में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका श्रीमती मनीषा पाठक सोनी एडिशनल डीसीपी (हेड क्वार्टर) इंदौर एवं अध्यक्षता डॉ प्रशांत चौबे एडिशनल डीसीपी (इंटे/सु.) ने की। विशेष अतिथि आईसर ग्रुप फाउंडेशन के तनवीर जावेदी की उपस्थिति में रिजर्व इंदौर ग्रुप की सेक्रेटरी सुश्रीआरती मौर्य, सहायक राकेश शर्मा, उमिया विद्यालय की प्रिंसिपल बबीता हार्डिया, आईएटीवी एजुकेशनल एकैडमी की प्रिंसिपल शुभा मैडम सभी की उपस्थिति में सॉन्ग कंपटीशन आयोजित किया गया। प्रतियोगिता अंतर्गत प्रथम चरण में 50 सॉन्ग ऑडियो के माध्यम से पार्टिसिपेट किया। सेकंड राउंड में ऑनलाइन/ऑफलाइन 30 स्टूडेंट का प्रदर्शन हुआ, जिसमें से फाइनल राउंड में 10 स्टूडेंट ने अपनी प्रस्तुतियां दी। सिंगल सॉन्ग कैटेगरी में पूर्वी सिन्हा आईएटीवी एजुकेशनल एकेडमी ने प्रथम स्थान तथा दिल्ली पब्लिक स्कूल द्वितीय रहा।
ग्रुप सॉन्ग में प्रथम स्थान पर जसमीत ग्रुप देवी अहिल्या शिशु विहार तथा द्वितीय स्थान इंदौर के एसपीसी विद्यालयों में भागीरथपुरा और शासकीय पिपलिहाना विद्यालय को मिला। प्रोत्साहन पुरस्कार मिला महक खान ग्रुप सरदार पटेल स्कूल भोपाल को। विशेष प्रस्तुति गीत के रूप में डॉ आरती वर्मा चोइथराम कॉलेज नेत्रालय की रही, इन सभी स्टूडेंट्स ने बहुत ही सुंदर तरीके से सुमधुर गीतों के माध्यम से यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया। इसके साथ ही डीआरपी लाइन इंदौर के आरक्षक अंकित ने विशेष प्रस्तुति के द्वारा स्वरचित कविता के माध्यम से लोगों को यातायात नियम की समझाइश दी गई । सभी प्रतिभागियों की तारीफ अतिथियों द्वारा की गई।
इस अवसर पर श्रीमती मनीषा पाठक सोनी द्वारा कहा गया कि लंबी आयु जीने के लिए क्या करना पड़ता है बताइए सभी ने अपनी राय बताई। इस पर उन्होंने कहा कि, जी हां यह सब तो करना ही है पर लंबी आयु जीने के लिए सड़क पर अनुशासन के साथ आयात नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित और सुव्यवस्थित चलना भी बहुत ज्यादा जरूरी है तभी हम लंबीआयु तक जीने की इच्छा पूरी कर सकते हैं।
कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ प्रशांत चौबे ने कहा सिर्फ विदेश का ट्रैफिक अच्छा है कहने से नहीं, बल्कि उन अच्छी आदतों को सीखने से हमारे शहर व देश में परिवर्तन आएगा। क्योंकि हमारे देश में सर्वाधिक रोड एक्सीडेंट से लोगों की मृत्यु होती हैं, जिससे हमें कम करना होगा।