जलता है जिया मेरा भीगी-भीगी रातों में…
इंदौर, । अन्नपूर्णा क्षेत्र अग्रवाल महासंघ एवं अग्रवाल समाज केन्द्रीय समिति के संयुक्त तत्वावधान में रवीन्द्र नाट्य गृह में गीत संगीत की महफिल ‘लेकर हम दीवाना दिल’ में पुणे के प्रशांत नासेरी, मुंबई की शिफा अंसारी एवं यशवर्धन दुबे ने पुराने फिल्मी गीतों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं का मन मोह लिया। करीब 3 घंटे चली इस महफिल में समाजसेवी गोविंद सिंघल, विष्णु बिंदल, किशोर गोयल अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
अन्नपूर्णा क्षेत्र अग्रवाल महासंघ के अध्यक्ष संजय गोयनका एवं महामंत्री मनोज अग्रवाल ने बताया कि प्रशांत नासेरी और शिफा अंसारी ने ‘ आओ हुजूर तुमको सितारों में ले चलूं…’ और ‘ झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में…’ जैसे गीतों से शुरुआत की। इसके बाद एकल गीत में प्रशांत नासेरी ने ‘मेरे सपनों की रानी..’ ,’ मैं हूं झुमझुम झुमझुम झूमरू’, ‘ये शाम मस्तानी…’, ‘ओ मेरी शर्मीली…’ जैसे गीत सुनाए तो पूरा सभागृह सम्मोहित हो उठा। यशवर्धन दुबे ने ‘ आ जा रे आ जरा..’, ‘सर जो तेरा चकराए…’, ‘ नाचे मन मोरा..’ जैसे गीतों से तो महफिल में अजीब सी कशिश घोल दी। इसके बाद एक बार फिर प्रशांत और शिफा ने अपने युगल गीतों ‘कोरा कागज था ये मन मेरा…’, ‘जलता है जिया मेरा भीगी-भीगी रातों में…’ जैसे गीत सुनाकर पूरे सभागृह की तालियां बटोर ली। संगीत संयोजन में योगेश पाठक के साथ रूपक जाधव की-बोर्ड पर, राजेश मिश्रा बेस गिटार पर, विक्की गौर गिटार पर, प्रेमेश सेक्सोफोन पर, कपिल राठौर आक्टोपेड पर, मनोज बोरलिया तबला पर और इंद्रेश बंशीवाल ढोलक पर संगत देने में कामयाब रहे। संगीतकारों की टीम भी श्रोताओं की दाद में शामिल रही। संचालन प्रियंका दुबे ने किया। इस अवसर पर समाजसेवी गोविंद सिंघल, विष्णु बिंदल एवं किशोर गोयल ने आयोजन की खुले मन से प्रशंसा की।