महू शहर वासियों के सहयोग से महू पुलिस की तीसरी आंख ने लिया मूर्त रूप

महू शहर वासियों के सहयोग से महू पुलिस की तीसरी आंख ने लिया मूर्त रूप

इंदौर-  जिले में महूं शहर प्रशासनिक , व्यवसायिक , आर्थिक , सामाजिक एवं राजनैतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है जहां कि हिंदुस्तान की थल सैना का प्रमुख प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित होकर इस शहर की अलग ही ख्याति है । साथ ही महू शहर साम्प्रदायिक रुप से काफी संवेदनशील रहा है। अतः शहर में लूट , चेन स्नैचिंग एवं चाकूबाजी जैसी घटनाओ सहित हर प्रकार के अपराधों पर नियंत्रण रखने एवं जनसामान्य में सुरक्षा की भावना कायम करने हेतु शहर में सीसीटीवी कैमरों अधिक से अधिक इस्तेमाल हो इसके लिए पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन श्री हरिनारायण चारी मिश्र के निर्देशन में पूर्व में डीआईजी इंदौर शहर श्री मनीष कपूरिया एवं पुलिस अधीक्षक पश्चिम इंदौर श्री महेश चंद जैन द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महू ( देहात ) इंदौर श्री पुनीत गेहलोत को एक कार्य योजना के तहत शहरवासियों के साथ मिलकर इस संबंध में कार्य हेतु दिशा निर्देश दिए गए थे।

अपराधों की रोकथाम हेतु महू शहर के कुल 32 स्थानों को चिन्हित किया गया ।
टीम द्वारा महू शहर के कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान, बैंक एवं व्यापारिक एसोसिएशन की पहल पर निरंतर उनके साथ मीटिंग आयोजित की गई । फलस्वरुप उक्त प्रतिष्ठानों के सभी सदस्यों द्वारा इस प्रोजेक्ट को मूर्तरूप देने हेतु बढ़ चढ़ कर सहयोग प्रदान किया गया । जनसहयोग से प्राप्त राशि से महू शहर में कुल चयनित 32 स्थानो पर कुल 93 सी.सी.टी.व्ही . कैमरो को स्थापित किया गया । इस प्रोजेक्ट के द्वारा महू शहर को सी.सी.टी.व्ही . कैमरो ( तीसरी आंख ) से महू की चारों दिशाओं में सिमरोल रोड पर गुजरखेडा , धार रोड पर धारनाका , मानपुर रोड पर डी.एस.ओ.आई. चौराहा एवं इंदौर रोड पर किशनगंज नाका तक कैमरो का जाल बिछाकर समूचे महू शहर को कवर किया गया हैं, ताकि महू शहर में अपराधों पर और अधिक सक्रियता से अंकुश लग सके एवं आम जनता के मन में सुरक्षा का भाव पैदा हो सके ।
महू थाना में प्रोजेक्ट त्रिनेत्रम् ” का प्रारंभ करने हेतु सभी सहयोगी सदस्यों के साथ m थाना परिसर में औपचारिक मीटिंग आयोजित कर स्थापित *प्रोजेक्ट त्रिनेत्रम* के संबंध में जानकारी दी जाकर प्रोजेक्ट प्रारंभ किया गया । प्रोजेक्ट त्रिनेत्रम में सहयोग प्रदान करने वाले सदस्यों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया गया ।
इस प्रोजेक्ट के सहयोगियों सदस्यों के साथ ही सभी शहरवासियों द्वारा भी सराहना की गई । शहर वासियों का इसमें इस प्रकार से बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना जनसहयोग का एक अनूठा उदाहरण है।
कंट्रोल रूम के माध्यम से महू शहर के लगभग प्रत्येक महत्वपूर्ण स्थान को कवर किया गया है जिसका कमांड इस कंट्रोल रूम में रहेगा और कहीं पर भी कोई अप्रत्याशित घटना या अपराध घटित होता है तो पुलिस को उसके निराकरण करने में सहायता मिलेगी और निश्चित ही पुलिस की कार्यप्रणाली और बेहतर होगी।