जीवन के समुद्र में तूफान भी आते हैं जब कोई काम नहीं आता तो कन्हैया ही काम आते हैं : पं.ठाकुर

घर आनंद भयो…जय कन्हैयालाल.. की गूंज से गूंजा परिसर,हजारों महिलाएं भजनों पर थिरकी

इंदौर। भक्ति में दिखावा बिलकुल नहीं होना चाहिए, जो फल हमे कल्पवृक्ष से नही मिलता है वो फल हमे गुरु कृपा से मिल सकता है अगर परमात्मा का साक्षात्कार करना है तो उसके लिए गुरु कृपा बहुत ही आवश्यक है संत वही जो गोविंद से मिलाता है,प्रत्येक मनुष्य के ह्रदय में भगवान विराजमान होना चाहिए, मनुष्य को जीवन में भगवान से ज्यादा किसी पर भरोसा या विश्वास नहीं करना चाहिए,कभी बुराई इस जीवन में हावी नहीं होना चाहिए, श्रीमद् भागवत में 18 हजार श्लोक है 12 स्कंद व 355 अध्याय है जो मनुष्य सात दिन में संपूर्ण भागवत का श्रवण करता है वो मनोवांछित फल की प्राप्ति करता है, भगवान की कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान व हरि से मिलने को मार्ग बताती है,जीवन में भगवान को को प्रिय हो वही करो, जिनके गुरु नहीं उनको गुरु दीक्षा लेकर गुरु के बताए मार्ग पर चलना चाहिए, जीवन के समुद्र में तूफान भी आते हैं जब कोई नहीं आता तब कन्हैया ही काम आते हैं, जीवन में सत्कर्म जरूर करो सत्कर्म से ही स्वर्ग मिलेगा, क्रोध बिलकुल नहीं करो,क्रोधभरी नजरो से किसी को मत देखो, किसी को अपशब्द नही बोले, कोई व्यक्ति अगर अच्छा कर्म करें तो उसकी प्रशंसा जरूर करें, जीवन में धर्म के कार्य जरूर करे। यह बातें गुरुवार को शांतिदूत धर्मरत्न पं. देवकीनंदन ठाकुर ने स्कीम नं. 78 स्थित मां कनकेश्वरी परिसर, बावड़ी वाले हनुमान मंदिर में मां कनकेश्वरी देवी सेवा न्यास द्वारा स्वर्गीय प्रकाश चंद्र रजक की स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कहीं उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को अच्छे कर्म करने का संकल्प लेना चाहिए। मनुष्य जब तक सुख में रहता है तब उसे भगवान याद नहीं आते हैं दुख में भगवान की याद आती है।


विधायक रमेश मेंदोला ने बताया कि कथा में गुरुवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया प्रभु श्रीकृष्ण के जयघोष के साथ हाथी घोड़ा पालकी…जय कन्हैयालाल की…नंद के घर आनंद भयो… जय कन्हैयालाल की… की गूंज से पूरा परिसर गूंज उठा,माता यशोदा व नंद बाबा के भेष में मंच पर प्रभु बालगोपाल को देख श्रद्धालु आनंदित हो उठे हजारों महिलाओ ने भजनों पर नृत्य किया, जन्मोत्सव में पारंपरिक परिधान में महिलाएं पीली साड़ी व पुरुष पीले कुर्ते पजामे पहनकर सम्मिलित हुए सभी भक्तों ने कृष्ण की बाल लीलाओं का आनंद लिया
कथा में कोरोना के नियमो का पालन किया जा रहा है कथा में सैकड़ों भक्तो का जनसैलाब उमड़ रहा है। कथा मे मुख्य यजमान सूरज रजक ने प्रभु को तिलक करके माखन मिश्री का भोग लगाया। व्यासपीठ का पूजन अर्चन विधायक रमेश मेंदोला, मुख्य यजमान सूरज रजक, गोलू शुक्ला,राजेंद्र राठौर,चंदू शिंदे, कमलेश खंडेलवाल सहित अन्य भक्तो ने किया। महामंडलेश्वर रामगोपालदास महाराज, रामदास महाराज समिलित हुए।