इंदौर । कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि इंदौर नगर निगम का अत्याचार चरम पर चल रहा है। नगर निगम के द्वारा नागरिकों के साथ ज्यादती की जा रही है। सड़क पर कारोबार करने वाले व्यक्तियों के साथ निगम की अमानवीयता का एक और वीडियो वायरल हो गया है। अब जरूरी है कि नगर निगम अपने अशोभनीय आचरण करने वाले कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करें। इन कर्मचारियों पर कार्रवाई करे ।
शुक्ला ने कहा कि सुभाष चौक में नगर निगम की कर्मचारियों की टीम के द्वारा सड़क पर घूमते हुए कारोबार करने वाले कारोबारी के सामान को उठाकर फेंक दिया गया । इसका वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हो गया है। यह कोई पहला मौका नहीं है जब नगर निगम के कर्मचारियों के द्वारा इस तरह की हरकत की गई हो । पिछले कुछ महीने के दौरान इस तरह के वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं। इस वीडियो के माध्यम से निगम के कर्मचारियों की अमानवीयता ही सामने आ रही है। सरकार के द्वारा एक तरफ तो सड़क पर कारोबार करने वाले लोगों को बैंक से कर्ज दिला कर उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की कोशिश की जा रही है, दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ नगर निगम उन लोगों पर अत्याचार करते हुए उनके जीवन को बिगाड़ने में लगा हुआ है। निगम कर्मचारियों के द्वारा लोगों के साथ अशोभनीय आचरण किए जाने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि अब इन कर्मचारियों की जिम्मेदारी का निर्धारण किया जाए। गलत व्यवहार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ निगम प्रशासन कार्रवाई करें।
शुक्ला ने कहा कि कभी नागरिकों को सड़क चौड़ीकरण के लिए रिमूवल के नाम पर, कभी अवैध निर्माण को वैध करने और उसका कंपाउंडिंग करने के नाम पर , कभी संपत्ति कर कम चुकाने के नाम पर नगर निगम के द्वारा नागरिकों को नोटिस देने, उनके घरों पर जाकर जांच करने, उनके व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में कामकाज को ठप करने का अभियान लगातार चल रहा है। इन सारे अभियान को देखकर ऐसा लगता है कि निगम का लक्ष्य अपनी जेब भरने के लिए नागरिकों को परेशान करना ही हो गया है। इस पूरे मामले में राज्य सरकार की चुप्पी यह स्पष्ट करती है कि सरकार के अधिकारियों के संरक्षण में ही यह सारा काम चल रहा है।