इंदौर, । मनोरमागंज स्थित गीता भवन में 64 वें अ.भा. गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ रविवार 12 दिसम्बर को दोपहर 1.30 बजे अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के आचार्य जगदगुरु स्वामी रामदयाल महाराज की अध्यक्षता में राम जन्मभूमि न्यास अयोध्या के कोषाध्यक्ष आचार्य गोविंददेव गिरि महाराज देश के जाने-माने संत-विद्वानों के सान्निध्य में वैदिक मंगलाचरण एवं शंख ध्वनि के बीच करेंगे। इसके साथ ही सात दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ का शुभारंभ भी आचार्य पं. कल्याणदत्त शास्त्री के निर्देशन में होगा। संत-विद्वानों के प्रवचन प्रतिदिन दोपहर 1.30 से सायं 6.30 बजे तक होंगे। जगदगुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज 13 दिसम्बर को सायं 5 बजे गीता जयंती महोत्सव में पधारेगे।
गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष गोपालदास मित्तल, मंत्री राम ऐरन एवं सत्संग समिति के संयोजक रामविलास राठी ने बताया कि महोत्सव में भाग लेने के लिए हरिद्वार से स्वामी गोपालानंद एवं स्वामी सर्वेश चैतन्य, नैमिषारण्य से स्वामी पुरूषोत्तमानंद, गोधरा गुजरात से साध्वी परमानंदा सरस्वती एवं पानीपत से स्वामी दिव्यानंद, डाकोर के नरहरि सेवा आश्रम के वेदांताचार्य स्वामी देवकीनंदनदास सहित अनेक संत विद्वान आज गीताभवन पधार चुके हैं। महोत्सव के शुभारंभ प्रसंग पर उक्त सभी संत सान्निध्य प्रदान करेंगे। कोरोना या ओमीक्रॉन की आशंका को देखते हुए बैठक व्यवस्था में सोशल डिस्टेंसिंग, प्रवेश द्वार पर सोनेटाइजर एवं प्रत्येक भक्त के लिए मास्क पहनने की व्यवस्था अनिवार्यत: प्रभावी रहेगी। इस बार संतों के लिए भंडारे की व्यवस्था शनि उपासक मंडल के प्रदीप अग्रवाल के सहयोग से की गई है।
गीता भवन परिसर स्थित सत्संग स्थल पर भक्तों की सुविधा के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठक साफ-सफाई, सुरक्षा, रोशनी, मेगा स्क्रीन आदि के समुचित प्रबंध किए गए हैं। बिना मास्क के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश देना संभव नहीं होगा।