इंदौर। शहर के तीन अलग- अलग स्थानों पर ओपन माइक के प्रोग्रामों ने विभिन्न कलाकारों को अपनी प्रस्तुतियां देने के अवसर उपलब्ध कराये।
व्हाई सेंसर्ड और नोजोटो का ओपन माइक महालक्ष्मी नगर में रविवार दी लास्ट नाइट कैफे में आयोजित हुआ। जिसमे कई परफॉर्मर ने हिस्सा लिया। अंजली चौधरी ने अपनी कहनी ‘गौरैया’ और कविता ‘आखिरी नक्काशी’ से समा बांधा। वहीं अनूप सिंह चौहान ने अपने अंदाज में कुछ शायरी और कविता सुनाई। विभूति ने भी अपनी लिखी कुछ कविताएं सुनाई। वहीं अंकित विश्वकर्मा, जो कि इस महफिल के होस्ट थे उन्होंने बीच-बीच में काव्य पाठ कर लोगों को अंत तक बैठने पर मजबूर रखा। इसके अलावा आयुष और यशराज ने अपनी कॉमेडी टाइमिंग से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।
इंसान भी बड़ा अजीब है ना
भूतकाल में भविष्य में जाने की जल्दी रहती है और भविष्य में आकर भूतकाल में जाने की चाह नहीं छूटती
अंजली चौधरी
जहां गलत समझना था वहां सही समझा
जहां सही समझना था गलत वहीं समझा
सबने समझा मुझको अपने अपने मुताबिक़
किसी ने भी मुझको मेरे मुताबिक़ नहीं समझा
अंकित विश्वकर्मा
डिजायर ओपन माइक अपना ठिकाना कैफे भंवरकुआ पर रविवार को सुबह 11 बजे से आयोजित किया गया। जिसमें दर्शन शर्मा (कवि), संजय जैन बेज़ार (शायर), वर्ष ठाकुर (सिंगर), आरती पवार(कवि), अंजलि पटेल (डांस), विकास रंसोरे (कवि), नितिन पटेल (कवि), सोना मिश्रा 8 वर्ष (डांस), रविराज टांक(शायर), प्रवीण गोस्वामी (कवि), अविनाश यादव (कवि), पुष्पेंद्र पटेल पुष्प (कवि), नितेश कुम्भकार (कवि), विकास शुक्ला (कवि), हर्षित मालाकार (कवि), निहारिका प्रजापति (कवि), शशांक शर्मा (आयोजक) सम्मिलित हुये।
स्टीयर्स ग्रुप का ओपन माइक कार्यक्रम स्कीम नम्बर 78 में टी कैफे में हुआ। देव शर्मा ने बताया तीस से अधिक प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी।