जो व्यक्ति शंकर की भक्ति में लगता है वो कभी किसी को नही देता धोखा : पं.मिश्रा

*जो व्यक्ति शंकर की भक्ति में लगता है वो कभी किसी को नही देता धोखा : पं.मिश्रा*

इंदौर। जो मनुष्य भगवान का भजन नही करता है वो कीड़े के सामान होता है व मनुष्य नही होता है मानव का शरीर भगवान ने केवल भजन करने के लिए दिया है जीवन में सार्थकता लेकर आए। व्यक्ति को अपने दोष स्वयं बताना चाहिए गुण तो सब गिनाते है मगर आपको अपने दोष भी गिनाए, शिव की उपासना का फल अवश्य मिलता है भक्ति का सबसे प्रबल मार्ग भगवान को प्राप्त करना है अविरल भक्ति को प्राप्ति करने के लिए भगवान की शरणागति में जाना पड़ता है,परमात्मा के साथ संबंध बनाए,भाव हमेशा शुद्ध होना चाहिए,भगवान के पास निर्मल मन लेकर जाए,जीवन में निर्मल भाव रखिए, छल कपट कभी नही करे, जो व्यक्ति भगवान शंकर की भक्ति में लगता है वो किसी को कभी धोखा नहीं दे सकता है,जीवन में पुण्य,सद्कर्म करे फल जरूर मिलेगा,जब आपका समय अच्छा है तब सब आपके साथ खड़े रहेंगे मगर जब आपका दुख का समय आएगा तब आपके साथ कोई नही खड़े रहेगा,मनुष्य के भीतर जब अभिमान आ जाता तो वो किसी को कुछ नही समझता है। यह बाते रविवार को अंतरराष्ट्रीय कथा प्रवक्ता  पं.प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) ने आई टी आई रोड स्थित कनकेश्वरी गरबा परिसर में कनकेश्वरी माता मंदिर द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिवमहापुराण कथा के छठे दिन कही। उन्होने कहा पूरे संसार में शिव जो दे सकता है वो कोई भी नही दे सकता है,जीवन में तप साधना जरूर करना चाहिए इस कथा में आए हजारों भक्तो की तप साधना की नमन हैविधायक रमेश मेंदोला ने बताया कि शिवमहापुराण कथा का समापन 6 दिसंबर, सोमवार को होगा समापन अवसर पंडित प्रदीप मिश्रा का सम्मान किया जायेगा। संत रसिक पागल बाबा के गोलोकगमन होने पर व्यासपीठ से पं.प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धांजलि देते हुए राधा नाम का जाप किया। सभी भक्त मास्क लगाकर कथा का श्रवण कर रहे है, रविवार को कथा में भक्ति का जनसैलाब उमड़ रहा है कथा में कोरोना के नियमो का पालन किया जा रहा है। पूरा परिसर भक्तो की भीड़ से भर गया जिसको जहां जगह मिली वहा पर बैठकर उसने कथा सुनी। भगवान भोले के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन किया गया। कथा में भगवान शिव पार्वती व गणेशजी का पूजन किया गया।
व्यासपीठ का पूजन अर्चन भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला,जीतू जिराती, जोबट विधायक सुलोचना रावत, हरिनारायण यादव,राजेंद्र राठौर,चंदू शिंदे, प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग,विष्णु बिंदल,गणेश गोयल,सुरेश कुरवाडे, निहाल सिंह चौहान, शैलेंद्र सोनावाने,रत्नेश मेंदोला, राजेश भार्गव सहित अन्य ने किया।