“संविधान की उद्धेशिका” का वाचन तथा “कृषि पर्यावरण: एवं सिटीजन फेस” अभियान के अंतर्गत “सोयाबीन में उद्यमिता विकास कार्यक्रम” का आयोजन

इंदौर । भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर द्वारा भारत के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सनशाईन स्कूल, खंडवा रोड, इंदौर के स्कूली छात्रों में “सोयाबीन एवं उद्यमिता विकास के अवसर” पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया| इस कार्यक्रम में विशेष रूप से गठित समिति के सदस्यों द्वारा स्कूली छात्रों एवं शिक्षकों को सोयाबीन आधारित मूल्य संवर्धन एवं उद्यमिता विकास से सम्बंधित अनेक पदार्थों पर आम जनता के लिए भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान द्वारा स्थापित एग्री बिजनेस इन्कुबेशन केंद्र बाबत जानकारी दी गई. कार्यक्रम के प्रारंभ में फसल उत्पादन विभाग के अध्यक्ष डॉ. बी.यू. दुपारे द्वारा संविधान दिवस के उपलक्ष में संविधान की उद्धेशिका का वाचन किया गया. इस अवसर पर उन्होंने अपने उद्बोधन में सोयाबीन उद्योग की संभावनाए तथा सोयाबीन आधारित खाद्य पदार्थों से प्राप्त स्वस्थ्य लाभ की जानकारी दी. उन्होंने यह भी कहाँ की सोया-राज्य मध्य प्रदेश में विगत 40 वर्षो से सोयाबीन फसल की व्यावसायिक खेती सफलतापूर्वक किये जाने के बावजूद सोयाबीन के खाद्य पदार्थों का प्रचालन नहीं हैं. जबकि सोयाबीन एक परिपूर्ण पौष्टिक फसल हैं जिसमे मानव शारीर के लिए आवश्यक सभी तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन, लोह, केल्शियम के साथ साथ अनेक औषधीय गुण हैं जिनको वर्तमान में आ रही कई बिमारियों को दूर रखने में सहायता हो सकती हैं. डॉ दुपारे ने इस अवसर पर आव्हान किया कि सक्षम बेरोजगार युवाओं को रोजगार तलाशने के स्थान पर अब सोयाबीन के क्षेत्र में उद्यमिता के अवसरों की अपार संभावनाओ का दोहन किया जाना चाहिए एवं अन्य युवाओं को रोजगार प्रदान करने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए. इसी कड़ी में यहाँ के स्कूली छात्रों के लिए आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता के विजेता छात्र कुमारी ख़ुशी बिडवान, दीपेश चौहान एवं नितिन चौहान को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर स्कुल की संचालक सुश्री अंजना कुशवाह तथा उप-प्राचार्य श्री अभिषेक मंडलोई ने अपने उद्बोधन में भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान द्वारा सोयाबीन के क्षेत्र में किये जा रहे अनुसन्धान एवं विकास कार्यक्रमों की भरपूर प्रशंसा की. कार्यक्रम का संचालन श्री श्याम किशोर वर्मा, सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी एवं धन्यवाद् ज्ञापन श्री रामेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, मुख्य तकनीकी अधिकारी द्वारा किया गया.