पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम,2021 के अंतर्गत हितग्राहियों को लाभ

पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम,2021 के अंतर्गत हितग्राहियों को लाभ

भारत सरकार, नई दिल्ली के अधीन वित्त मंत्रालय से जारी अधिसूचना क्रमांक G.S.R. 723 (E) दिनांक 06.10.2021 के माध्यम से भारत सरकार ने डाक विभाग को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम-2021 (बालकों के लिए प्रधानमंत्री देखरेख स्कीम,2021) के खाते खोले जाने हेतु चुना गया है |

इस स्कीम के अंतर्गत कोविड-19 से प्रभावित ऐसे बच्चे जिनकी आयु 18 वर्ष से कम हो व जिनके माता-पिता की मृत्यु कोविड-19 महामारी के कारण दिनांक 11.03.2020 से 11.12.2021 के बीच हुई हो, ऐसे पात्र निराश्रित बच्चों को भारत सरकार की ओर से एक मुश्त सहायता राशि प्रदान की जा रही है | यह एक मुश्त सहायता राशि सरकार के द्वारा पीएम केयर निधि से भारतीय डाक विभाग के डाकघर बचत बैंक में खाता खोलकर पात्र निराश्रित बच्चों के बचत खातों में जमा की जा रही है | यह खाता संबंधित जिला मजिस्ट्रेट तथा पात्र हितग्राही (निराश्रित बच्चे) के संयुक्त नाम से खोला जायेगा | इस खाते की रकम पात्र हितग्राही के 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर ब्याज सहित 10 लाख रूपये हो जाएगी | जिसे हितग्राही के 18 से 23 वर्ष की आयु तक डाकघर मासिक आय योजना के रूप में प्रचालित किया जाकर ब्याज हितग्राही को प्रदान किया जाएगा | तत्पश्चात हितग्राही के 23 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर उन्हें 10 लाख रूपये का भुगतान कर खाता बंद किया जाएगा |

श्री बृजेश कुमार, पोस्टमास्टर जनरल, इंदौर परिक्षेत्र, इंदौर ने बताया कि, “बालकों के लिए प्रधानमंत्री देखरेख स्कीम, 2021” का फायदा पात्र हितग्राहियों को पहुंचाने हेतु इंदौर परिक्षेत्र के अधीनस्थ इंदौर नगर, इंदौर नगरेतर, खंडवा, मंदसौर, रतलाम, सीहोर, उज्जैन संभाग को खाता खोलने हेतु निर्देशित किया जा चुका है | इसके तहत इंदौर नगरेतर संभाग के धार जिले में स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आठ चयनित पात्र बच्चों (प्रज्वल सुगंधी, अजमेरी कुरैशी, भूमिता जैन, तेजस्वी सोलंकी, शिवानी पाटीदार, प्रमोद पाटीदार, मोहित राठौर, ध्रुव राठौर) के खाते धार प्रधानडाकघर में खोले जा चुके है |

साथ ही आमजन से अपील की गई है कि, वे अपने आसपास कोविड-19 महामारी से प्रभावित हुए ऐसे निराश्रित बच्चों को चिन्हित कर सरकार की ओर से दिए जाने वाली सहायता के लिये स्थानीय प्रशासन को अवगत करावें ताकि, उनके भविष्य को सुरक्षित किया जा सके |