अर्जुन तो निमित्त था, गीता के संदेश हम सबके लिए – सुधांशुजी
विश्व जागृति मिशन इंदौर मंडल की मेजबानी में सात दिवसीय भक्ति सत्संग का शुभारंभ
इंदौर, । कुरूक्षेत्र के मैदान में भगवान कृष्ण ने भले ही गीता का संदेश अर्जुन को दिया हो लेकिन वह हम सबके लिए भी उपयोगी है। अर्जुन तो निमित्त था, असल में वह संदेश हम सबके लिए है। भगवान चाहते हैं कि हम अपने हृदय की दुर्बलताओं को त्याग कर उठ खड़े हों और उन सारे अदृश्य शत्रुओं से मुकाबला करें जो हमें रोज घेरे रहते हैं।
विश्व जागृति मिशन के संस्थापक एवं प्रख्यात संत सुधांशुजी महाराज ने विश्व जागृति मिशन इंदौर मंडल के तत्वावधान में आज से प्रारंभ हुए सात दिवसीय ऑनलाईन भक्ति सत्संग के दौरान उक्त दिव्य बातें कही। मंडल के इंदौर प्रमुख कृष्णमुरारी शर्मा ने बताया कि पहले दिन करीब 3 हजार परिवारों ने इस सत्संग के श्रवण का लाभ उठाया। यह सत्संग प्रतिदिन सुबह 8 से 9 बजे तक दिशा टीवी चैनल, यू ट्यूब एवं फेसबुक पर दुनिया के 156 देशों में प्रसारित किया जा रहा है। आचार्य सुधांशु महाराज ने इंदौर मंडल से जुड़े भक्तों के प्रति शुभाशीष भी प्रदान किए।
आचार्यश्री ने कहा कि भगवान कृष्ण ने गीता के संदेश में कई बार भारत शब्द का प्रयोग किया है। उन्होंने शत्रुओं, समस्याओं, मुश्किलों और दुख देने वाली चीजों को लेकर कहा कि जीवन में कई बार हमें ऐसे संघर्षों के बीच रहते हुए हृदय की दुर्बलता को जीतने का प्रयास करना चाहिए। हमारी जीवनी शक्ति जब कमजोर होती है तो आलस्य जैसा शत्रु भी हमारी सफलता की राह में बाधक बन सकता है। जीवन संघर्ष का ही नाम है और कठिनाईयां तो आती-जाती रहेंगीं लेकिन हमें अपने आत्मबल को मजबूत कर हृदय की दुर्बलताओं को जीतने का प्रयास करना चाहिए। यह कोई मुश्किल काम नहीं है। हमें पता भी नहीं होता कि हमारे कितने शत्रु हैं। इन शत्रुओं को पहचानकर इन्हें दूर करना, यही भगवान का आदेश है। इनमें भावुकता और बहाने बनाने के लिए कोई स्थान नहीं रहना चाहिए। यह सत्संग 26 सितंबर तक प्रतिदिन सुबह 8 से 9 बजे तक चलेगा।