अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष एवं पौधारोपण कार्यक्रम

अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष एवं पौधारोपण कार्यक्रम

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 71 वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में इंदौर स्थित भा.कृ.अनु.प-भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान में दिनांक 17 सितम्बर को कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद्, नई दिल्ली के सहायक महानिदेशक (तिलहन एवं दलहन) डॉ. संजीव गुप्ता, जबलपुर कृषि विश्व विद्यालय के पूर्व शोध निदेशक डॉ. एस.एस.तौमर, केंद्र की निदेशक डॉ. नीता खांडेकर द्वारा संस्थान में आँवला के पौधों का वृक्षारोपण किया गया । भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् , नई दिल्ली द्वारा इस दिन को अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष एवं पौधारोपण कार्यक्रम के रूप में मनाया जा रहा है । इस कार्यक्रम के अंतर्गत कल दिनांक 16 सितम्बर को धार जिले के रायन गाँव में किसान दिवस का भी आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 100 किसानों ने भाग लिया । इस अवसर पर संस्थान के वैज्ञानिकों ने किसानों को पोषक अनाज जैसे बाजरा, रागी, ज्वार इत्यादि को मनुष्य के भोजन में उपयोगिता के बारे में बताया, साथ ही केंद्र के वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की फसल में आने वाली बीमारियों एवं कीटों से फसल को होने वाले नुकसान से बचाव के बारे में भी जानकारी दी । इस अवसर पर बोलते हुए केंद्र की निदेशक डॉ. नीता खांडेकर ने किसानों का आह्वान किया कि वे सोयाबीन में नई किस्मों का उपयोग करें और केंद्र द्वारा बताई गई नई तकनीकों को अपनाए । डॉ. खांडेकर ने किसानों को पोषक अनाज जैसे बाजरा, रागी, ज्वार इत्यादि को भोजन में उपयोगिता के बारे किसानों को जानकारी भी दी और इसके विभिन्न रूप से उपयोग करने के बारे में भी बताया । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 71 वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में संस्थान द्वारा किसानों की 71 कन्याओं को पोषक अनाज सम्मिलित भोजन भी करवाया गया । संस्थान में कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. महाराज सिंह द्वारा किया गया ।

डॉ संजीव गुप्ता, एडीजी (ओपी), डॉ नीता खांडेकर, कार्यवाहक निदेशक और डॉ महाराज सिंह पीएस, द्वारा भाकृअनुप-आईआईएसआर, इंदौर में आंवला का पौधारोपण

डॉ नीता खांडेकर, डॉ संजय गुप्ता और ग्रामीणों द्वारा गांव रायन, धार में वृक्षारोपण

माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 71वें जन्मदिन के अवसर पर इकहत्तर कन्या को बाजरा आधारित दोपहर का भोजन कराया गया