एक हजार आठ दीपों की झिलमिलाती रोशनी से नहा उठा अंजनि नगर का पंच बालयति जिनालय

एक हजार आठ दीपों की झिलमिलाती रोशनी से
नहा उठा अंजनि नगर का पंच बालयति जिनालय

इंदौर, । एयरपोर्ट रोड, अंजनि नगर स्थित पंच बालयति जिनालय आज शाम 1008 दीपों की झिलमिलाती रोशनी से नहा उठा। संगीतमय महाआरती, गरबा एवं भक्ति के मिले-जुले इस रंगारंग आयोजन में अनेक उन तपस्वी बंधुओं का सम्मान भी किया गया, जिन्होंने पर्युषण पर्व और चातुर्मास के दौरान तीन से आठ दिन या उनसे अधिक दिनों की तपस्या की। कोरोना की तीसरी लहर से मुक्ति एवं विश्व शांति-जनकल्याण की कामना से की गई महाआरती में कोरोना नियमों का पालन करते हुए सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए।
कार्यक्रम संयोजक महावीर-ऋतु जैन तथा पंच बालयति जिनालय के अध्यक्ष राजेश वेद ने बताया कि पंच बालयति जिनालय का अनुपम विद्युत श्रृंगार एवं पुष्पसज्जा देखने लायक थी। भजन गायक मयूर जैन, योगेंद्र काला के भावपूर्ण शब्दों को संगीतज्ञ प्रद्युम्न जैन की टीम ने अपने संगीत से मनोहारी स्वरूप प्रदान किया, वहीं अनेक युगलों ने गरबा नृत्यों के माध्यम से प्रभु की वंदना भी की। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल एवं विधायक संजय शुक्ला के मुख्य आतिथ्य में समाजसेवी अशोक पाटनी, कैलाश वेद, सुरेश मिंडा, संजय बाकलीवाल, कांतिलाल बम, अशोक मेहता, निर्मल कासलीवाल, वीरेंद्र बड़जात्या विशेष मेहमान के रूप में उपस्थित थे। हाल ही बावनगजा तीर्थ के चुनाव में विजयी रहे समाजसेवी जैनेश झांझरी एवं हर्ष गोधा का सम्मान भी किया गया। अतिथियों का स्वागत वीरेंद्र-मोनिका काला, दिलीप-अंजलि अजमेरा, पारस-शशि टोंग्या, अनिल-राजी जैन, विशाल-विली काला आदि ने किया। कार्यक्रम का आयोजन आचार्य विद्यासागर महाराज, आचार्य दर्शनसागर महाराज, आचार्य विमदसागर महाराज तथा आचार्य प्रणाम सागर महाराज की प्रेरणा से किया गया जो समाज बंधुओं के सहयोग से सार्थक और सफल रहा। अंत में संचालन महावीर जैन ने किया और आभार माना ऋतु जैन ने।