स्कूल की छात्राओं को गुड-टच व बेड-टच से रूबरू करवाते हुए

*स्कूल की छात्राओं को गुड-टच व बेड-टच से रूबरू करवाते हुए, किया उन्हें बच्चों एवं महिला के विरुद्ध होने वाले अपराधों के प्रति जागरूक*

इंदौर- – स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के अंतर्गत चयनित शासकीय स्कूलों के बच्चों को पुलिस व शिक्षा विभाग द्वारा उनके व्यक्तित्व विकास, मूल अधिकार एवं नैतिक कर्तव्यों के पालन तथा सामान्य कानूनी प्रावधान की जानकारी सहित उनके सामाजिक उत्थान व उज्वल भविष्य के लिये विभिन्न प्रकार का इनडोर व आउटडोर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

इसी कड़ी में स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना की नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) इंदौर श्रीमती मनीषा पाठक सोनी के मार्गदर्शन में शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय, महूगांव किशनगंज इंदौर में छात्राओं के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें एसपीसी प्रशिक्षक उप निरीक्षक अनिला पाराशर, आरक्षक 758 सपना तथा एसपीसी के नोडल शिक्षक श्री अवधेश तिवारी द्वारा छात्राओं को एसपीसी योजना का उद्देश्य, इसका महत्व व इसके लाभ तथा एसपीसी के क्रियान्वयन के तहत उनको किस किस प्रकार का इनडोर व आउटडोर प्रशिक्षण दिया जाएगा आदि बातों की जानकारी दी गई।
साथ ही वर्तमान परिदृश्य में समाज मे बढ़ते अपराधों को रोकने मे पुलिस की भूमिका, बच्चों व महिला सम्बन्धित अपराधों, पास्को एक्ट, सायबर अपराध, आदि के बारे में बताया गया तथा इन अपराधों की रोकथाम हेतु पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्यवाहियों से अवगत करवाते हुए उन्हें, महिला हेल्प लाइन, चाइल्ड हेल्प लाइन और डायल-100 के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

उप निरीक्षक द्वारा छात्राओं को कहा कि, वर्तमान समय में सुरक्षित समाज के निर्माण हेतु हम सभी का जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है, आजकल बच्चों स्कूल में प्रदान की जाने वाली शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को यौन शिक्षा और उन्हें गुड-टच व बेड-टच के बारे में बताना भी एक जरुरी विषय बन गया है।
ऐसे में अब माता पिता कर्तव्य केवल अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और अच्छे संस्कार देने तक नहीं रह गए है बल्कि बच्चों को यौन शिक्षा के साथ साथ उन्हें गुड टच बेड टच के बारे में भी जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि वह अपनी सुरक्षा को लेकर सावधान हो सके, क्योंकि बच्चों को यह नहीं मालूम होता है कि उन्हें किस तरह से छुआ जा रहा है। और यहीं वह कारण है जो बच्चों के यौन शोषण के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार होते है। अतः इस ओर हम सभी को ध्यान देने की जरूरत है।