इंदौर। खजराना गणेश मंदिर पर बीती रात भजन गायक पं. सुरेश शर्मा एवं उनके साथियों ने अपने भजनों से ऐसा समां बांधा कि दर्शन करने आए भक्त भी मंत्रमुग्ध हो उठे। मंदिर पर आज से गणेशजी को प्रतिदिन अलग-अलग किस्म के लड्डुओं का भोग लगने का क्रम शुरू हो गया है। इस श्रृंखला में आज नीलेश अग्रवाल दूधिया की ओर से मूंग के 11 हजार लड्डुओं का भोग समर्पित किया गया।
भक्त मंडल के अरविंद बागड़ी एवं कैलाश पंच ने बताया कि रविवार 12 सितंबर को समाजसेवी विनोद अग्रवाल के सौजन्य से गोंद के 11 हजार लड्डुओं का भोग गणेशजी को समर्पित किया जाएगा। अब प्रतिदिन रात्रि आरती के पहले सांय 7.30 बजे यह भोग लगाया जाएगा। भोग और आरती के बाद रात 8.30 बजे से पं. गोपाल मिश्रा की भजन संध्या होगी। सोमवार 13 सितंबर को अविनाश अग्रवाल ओएस्टर की ओर से अजवाईन के लड्डुओं का भोग लगेगा। भजन संध्या अशोक भैया सरकार की होगी। मंगलवार 14 को शंभूदयाल राखोड़ीवाले की ओर से मोतीचूर के लड्डुओं का भोग लगेगा और रामनिराले भक्त मंडल के देवराज शर्मा की भजन संध्या होगी। बुधवार 15 को भी अविनाश अग्रवाल की ओर से ही चंवले के लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा तथा श्रीधर झरकर की भजन संध्या होगी। गुरूवार 16 सितंबर को निर्मल रामरतन अग्रवाल की ओर से मारवाड़ी लड्डुओं का भोग लगाकर सुश्री दया होलकर की भजन संध्या होगी। शुक्रवार 17 को शैलेंद्र मित्तल की ओर से सूखे मेवों के फलाहारी लड्डुओं का भोग लगेगा। भजन संध्या सुमित मधुराज की होगी। शनिवार 18 को अशोक ऐरन की ओर से उड़द के लड्डुओं का भोग लगेगा। भजन संध्या कैलाश शर्मा की होगी। रविवार 19 सितंबर को समाजसेवी दिनेश मित्तल के सौजन्य से बेसन के 11 हजार लड्डुओं का भोग समर्पित होगा तथा भजन संध्या कविता यादव की होगी।
उन्होंने बताया कि महोत्सव के दूसरे दिन आज भी दिनभर भक्तों का मेला जुटा रहा। मंदिर के पुजारी पं.मोहन भट्ट एवं पं. अशोक भट्ट सहित पुजारियों ने भक्तों से पूजा-अर्चना कराई। सुबह पुष्प श्रृंगार भी आकर्षण का केंद्र बना रहा। भजन संध्या में भक्तों को एक जगह रूककर सुनने की इजाजत नहीं दी गई है। यहां पहली बार कोविड प्रोटोकॉल के कारण चलित भजन संध्या हो रही है। रात्रि में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पर की गई आकर्षक और रंगबिरंगी रोशनी को निहारने के लिए पहुंच रहे हैं।