अहिल्या माता गौशाला पर गौमय-पंचगव्य से निर्मित
प्रतिमाएं दूसरे दिन भी आम भक्तों को पसंद आई
इंदौर, केसरबाग रोड़ स्थित श्री अहिल्या माता गौशाला पर आज दूसरे दिन भी विघ्नहर्ता मंगलमूर्ति गणेश की आकर्षक और विभिन्न स्वरूपों वाली गौमय तथा पंचगव्ययुक्त सामग्री से निर्मित मूर्तियों की बिक्री का सिलसिला जारी रहा। आज भी ढाई सौ से अधिक मूर्तियां भक्तों ने खरीदी। यह बिक्री शुक्रवार 10 सितंबर को भी अहिल्या माता गौशाला पर सुबह 8 से सांय 7 बजे तक आम भक्तों के लिए जारी रहेगी।
गौशाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष रवि सेठी, सचिव पुष्पेंद्र धनोतिया एवं संयोजक सीके अग्रवाल ने बताया कि गौशाला पर पुणे के प्रसिद्ध दगडू सेठ की 9 इंच आकार की, कमल गणेश, पुस्तक गणेश एवं पन्नग गणेश की भी 9 इंच आकार की तथा विघ्नहर्ता एवं मंगलमूर्ति की 5 और 6 इंच आकार की प्रतिमाएं आज भी भक्तों ने हाथों हाथ पसंद की है। इनका निर्माण अहिल्या गौशाला पर कोरोना काल के दौरान किया गया है। इनके निर्माण में 40 महिला श्रमिकों को रोजगार मिला है। इनमें गौमय, पंचगव्य तथा देशी गाय के गोबर का प्रयोग किया गया है। किसी तरह के रसायन अथवा पीओपी का उपयोग इन प्रतिमाओं में कतई नहीं किया गया है। पड़ोसी राज्यों एवं पड़ोसी शहरों में भी इन प्रतिमाओं को खूब पसंद किया जा रहा है। आम भक्तों की मांग को देखते हुए 90 रू. से 3 हजार रू. मूल्य तक की प्रतिमाएं यहां उपलब्ध हैं।