शासकीय सेवा में समर्पण, सूझबूझ और सकारात्मक भाव आवश्यक

शासकीय सेवा में समर्पण, सूझबूझ और सकारात्मक भाव आवश्यक

इंदौर। शासकीय सेवा में वहीं कर्मचारी, अधिकारी सफलता पाता है, जो समर्पण भाव से कार्य करता है, सूझबूझ एवं सकारात्मकता के साथ दायित्व निर्वहन में लगा रहता है। उम्र के हिसाब से कोई पद से निवृत्त तो होता है, लेकिन बाद में वह समाज एवं देश के लिए कार्य तो जीवन पर्यंत करता ही है।

मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने ये विचार व्यक्त किए। वे पोलोग्राउंड स्थित नए सभागार में अधीक्षण यंत्री भंडार श्री एनसी गुप्ता के विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर प्रतिक चिह्न, शाल, श्रीफल भेंटकर गुप्ता का चार दशकों की सेवा एवं सिंहस्थ में किए कार्यों के लिए सम्मान किया। मुख्य महाप्रबंधक श्री संतोष टैगोर ने कहा कि मैंने उज्जैन में सेवाएं दी है, सिंहस्थ के लिए दिनरात कार्य कर श्री गुप्ता ने कर्मयोगी रूप में कीर्तिमान स्थापित किए है। समारोह में निदेशक श्री मनोज झंवर, कार्यपालक निदेशक श्री संजय मोहासे ने भी विचार रखे। सम्मान के प्रति उत्तर में श्री एनसी गुप्ता ने कहा कि चार दशक में मेरी सेवा में सफलता टीम वर्क से ही आई है, जहां भी रहा, वहां सभी का सहयोग मिला व आगे बढ़ता गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ अभियंतागण सर्वश्री एसएल करवाड़िया, एसआर बमनके, आरएस खत्री, बीएल चौहान, रवि मिश्रा, निर्मल शर्मा, कामेश श्रीवास्तव, संजय मालवीय, भूपेंद्र सिंह, संय़ुक्त सचिव श्री पवन जैन, श्री तरूण उपाध्याय आदि मौजूद थे। संचालन अनुभाग अधिकारी श्री मनोज कौशल ने किया।