धर्मरक्षा एवं कर्तव्य का बोध कराते हैं जनेऊ के सूत्र
इंदौर, । बड़ा गणपति पीलियाखाल स्थित प्राचीन हंसदास मठ पर परशुराम महासभा म.प्र. के तत्वावधान में श्रावणी उपाकर्म का आयोजन किया गया। इस मौके पर विद्वान महर्षि डॉ. विनायक पांडे ने कहा कि जनेऊ के सूत्र ऋण से मुक्त होने तथा धर्मरक्षा एवं कर्तव्य का बोध कराते रहते हैं।
हंसदास मठ पर महामंडलेश्वर स्वामी रामचरण दास महाराज के सान्निध्य एवं डॉ. विनायक पांडे के निर्देशन तथा आचार्य प. आदित्य पाराशर के आचार्यत्व में 100 से अधिक साधकों ने श्रावणी कर्म के माध्यम से यज्ञोपवित धारण की। विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चार के बीच तर्पण, हवन एवं अन्य शास्त्रोक्त विधियों का पालन किया गया। परशुराम महासभा के प्रदेशाध्यक्ष पं. वीरेंद्र शर्मा, महामंत्री पं. गोविंद शर्मा, प्रदेश प्रभारी पं. संजय मिश्रा, पं. लीलाधर शर्मा, पं. गणेश शास्त्री, पं. अनिरूद्ध शर्मा, पं. कैलाश पाराशर, पं. मुन्ना भंडारी, पं. कैलाश गेलवा, पं. नारायण शर्मा राही, पप्पू सोनी सहित ब्राम्हण एवं बटुक इस मौके पर उपस्थित थे जिन्होंने नवीन जनेऊ धारण की। हंसदास मठ के पं. पवनदास शर्मा ने प्रारंभ में सभी साधकों एवं विद्वान आचार्यों का स्वागत किया।