हंसदास मठ पर 400 बरसों पुरानी परंपरा के अनुरूप झूलन महोत्सव
इंदौर, । बड़ा गणपति पीलियाखाल स्थित प्राचीन हंसदास मठ पर झूलन उत्सव में महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज के सान्निध्य में भक्तों का तांता लगा हुआ है। उत्सव के लिए भगवान लड्डू गोपाल को सुसज्जित झूले में विराजित कर श्रृंगारित किया गया है। मठ की झूलन महोत्सव की परंपरा लगभग चार सौ वर्ष पुरानी है।
मठ के पं. पवनदास शर्मा ने बताया कि महोत्सव में प्रतिदिन भगवान को माखन-मिश्री सहित अन्य व्यंजनों का भोग लगाकर झूला झुलाकर आरती एवं प्रसाद वितरण का क्रम रक्षाबंधन तक चलेगा। मठ पर १७वीं शताब्दी से ही इस महोत्सव की परंपरा चली आ रही है। यहां उस समय प्रतिदिन भगवान का नित्य नूतन श्रृंगार कर झांकी बनाई जाती थी। कभी राज तिलक, कभी वनवास, कभी राम रावण युद्ध, कभी लंका दहन और कभी कंश वध जैसी झांकियां उस दौरान बनाई जाती थी। इस बार महोत्सव में प्रतिदिन भक्तों के लिए भगवान को झूला झुलाने की व्यवस्था भी रखी गई है, लेकिन कोविड प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। महोत्सव रक्षाबंधन तक चलेगा।