जिन्दगी में सुकून चाहिये तो महावीर शासन
की कथा से जुड़कर देखो – प्रवीणऋषि जी
इन्दौर। दुश्मन को मारना नहीं, दुश्मन को दोस्त बनाना महावीर सिखाते है। महावीर जीवन दर्शन अहिंसा, अपरिग्रह और अनेकान्त सिखाता है।
उक्त विचार उपाध्याय प्रवीण ऋषिजी महाराज ने गुरूपुर्णिमा के प्रसंग पर महावीर बाग एरोड्रम रोड़ पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। अ.भा. जैन श्वेताम्बर सोश्यल ग्रुप्स फेडरेशन द्वारा पूरे विश्व में 90 दिवसीय महावीर शासन कथा को जन-जन की कथा बनाने का शुभारंभ संजय नाहर, पीयूष जैन, प्रकाश भटेवरा, राजेन्द्र जैन, वीरेन्द्र जैन, भरत शाह, अजय जैन, वीरेंद्र नाहर, अरिहंत जैन, रमेश भंडारी, सतीश तांतेड़ द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपाध्याय प्रवीण ऋषि जी म.सा. ने गुरु के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि गुरू के चरण वंदनीय है। जिन चरणों में वंदन करने के बाद व्यक्ति कभी निंदनीय नहीं बनता। बीज से फल बनाने का सामर्थ्य मिट्टी में ही है उसी तरह मानव में मानवता को समर्थ बनाने का काम गुरू करते हैं। अ.भा. जैन श्वेताम्बर सोश्यल ग्रुप फेडरेशन के कार्याे की जानकारी देते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय नाहर ने कहा कि गुरू का स्नेह पाकर हम सौभाग्यशाली है। हम महावीर की वाणी को दुनिया के पटल पर फैलाने का कार्य समर्पित भाव से करेगें। निवृतमान राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूष जैन ने महावीर शासन कथा की प्रस्तावना रखी एवं देश-विदेश में जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प व्यक्त किया ।
पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश भटेवरा ने कहा कि महावीर शासन कथा 90 दिनों तक लगातार चलेगी इसके लिये सतत कार्य करते रहेगे।
मंगलाचरण से शुरू हुई धर्मसभा को श्री चेतनमुनिजी महाराज एवं महासती श्री आदर्श ज्योति महाराज ने भी संबोधित किया। श्री तीर्थेश ऋषि महाराज ने आपने महावीर शासन की कथा को भजन के माध्यम से प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया। सभा का संचालन जिनेश्वर जैन ने किया। महावीर बाग में उपाध्याय प्रवर प्रवीण ऋषि म.सा. के श्रीमुख से महावीर शासन की गाथा आधारित प्रवचन प्रतिदिन होंगे।