प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से सेकडो जाने गयी है , यह सच है ?
भोपाल – . प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि कोरोना की इस दूसरी लहर में हमने प्रदेश के भोपाल , इंदौर , जबलपुर , ग्वालियर , उज्जैन , सागर , खंडवा , शहडोल , मूरैना , छतरपुर सहित कई जिलो में बड़ी संख्या में लोगों को ऑक्सीजन के अभाव में खुली आँखो से दम तोड़ते देखा है ,ऑक्सीजन के सिलेंडर लिये दर-दर भटकते देखा है ,ऑक्सीजन की कमी से अस्पतालों में हाहाकर मचते देखा है ,ऑक्सीजन का रात-दिन जगाकर इंतज़ार करते देखा है ,कई जिलो में अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी के बोर्ड लगाकर मरीज़ों को भर्ती करने से तक से मना कर दिया था ,अस्पताल में भर्ती मरीज़ों से लिखवा लिया गया था कि ऑक्सीजन की कमी से होने वाली जनहानि के लिये वो ही ज़िम्मेदार होंगे , ऑक्सीजन की कमी से भर्ती मरीज़ों की छुट्टी तक कर दी गयी थी ,ऑक्सीजन के लिये लोगों की लंबी-लंबी क़तारें हम सभी ने देखी है , हमने ख़ुद कई जिलो के लिये ऑक्सीजन की व्यवस्था की है , सरकार ख़ुद इन मौतों के बाद जागी और प्रदेश भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र लगाने की घोषणाएँ की गयी , जो कि आज दो माह भी अधूरे है , और आज शिवराज सरकार बड़ी ही बेशर्मी से कह रही है कि ऑक्सीजन की कमी से प्रदेश में कोई मौत नही हुई ,प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी ही नही थी , यह तो पीड़ित परिवारों के साथ मज़ाक़ है ?
उस समय तो कहते थे कि हम रात-दिन जागकर ऑक्सीजन की व्यवस्था में लगे रहे ?
आख़िर सरकार सच्चाई से क्यों भाग रही है , क्यों नही स्वीकार रही है कि उसके कुप्रबंधन से , ऑक्सीजन की कमी से बड़ी संख्या में लोगों की जाने गयी ?
यह तो झूठ की इंतेहा है ?
जब मैंने कोरोना से हुई मौतो के वास्तविक आँकड़े जारी किये , सरकार के झूठ की पोल खोली तो मेरे ख़िलाफ़ एफ़आईआर तक दर्ज करवा दी , सरकार भले मुझ पर और एफ़आईआर दर्ज करवा दे लेकिन आज मैं दावे के साथ कह रहा हूँ कि मध्यप्रदेश के कई जिलो में ऑक्सीजन के अभाव से सेकडो लोगों की जाने गयी है , कई मौतें तो रिकोर्ड तक में नही आ पायी , हर पीड़ित परिवार ने ऑक्सीजन के इस भीषण संकट को भुगता है , मैं और कांग्रेस उन परिवारों के साथ खड़ी थी , खड़ी है और खड़ी रहेगी।
यह सच है कि जिन लोगों ने अपनो को खोया है वो इस झूठी , निष्ठुर सरकार को कभी माफ़ नही करेंगे ?