इंदौर। हिन्दी पत्रकारिता से हिन्दी भाषा की क्या अपेक्षाएँ हैं? इस तथ्य को इन्दौर के लेखक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने अपनी पुस्तक ‘पत्रकारिता एवं अपेक्षाएँ’ में लिखा, जिसका विमोचन मध्य प्रदेश शासन में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने किया। इस पुस्तक को संस्मय प्रकाशन ने प्रकाशित किया है।
सुश्री ठाकुर ने विमोचन के दौरान कहा कि ‘पुस्तक वर्तमान दौर के पत्रकारों से सीधी और सरल भाषा में हिन्दी की माँग है, इसके लिए डॉ, अर्पण जैन को कोटिशः बधाई।’
‘पत्रकारिता और अपेक्षाएँ’ पुस्तक के लेखक मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ हैं, जिन्होंने अपना शोध कार्य भी पत्रकारिता में किया है और अब तक दस से अधिक पुस्तकें लिख चुके हैं। ‘पत्रकारिता एवं अपेक्षाएँ’ आजतक के संपादक संजय सिन्हा, वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल, अशोक वानखेड़े, डॉ राकेश पाठक, अनिल जैन द्वारा भी लोकार्पित किया गया।
पुस्तक विमोचन के अवसर पर संस्थान के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नितेश गुप्ता, कवि गौरव साक्षी, सुनील शेखावत, गोविंद पँवार आदि उपस्थित रहे।