भाजपा की उपलब्धि, रतलाम बना औद्योगिक कब्रिस्तान 

रितेश मेहता

रतलाम। राज्य शासन द्वारा वर्ष 2025 को उद्योग और रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है इसके तहत दिनांक 24/12/2025 को जिला जनसंपर्क कार्यालय व प्रशासन द्वारा पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल को स्थानीय उद्योगों का भ्रमण कराया गया जिन उद्योगों का भ्रमण कराया गया उनको पूर्व से सफाई रखने के निर्देश दिए गए थे जिनका पूर्णत: पालन कराया गया। कार्यक्रम उद्योग को लेकर था इसमें भाजपा के लोगों का आना समझ से परे था,

उक्त कार्यक्रम मध्य प्रदेश के सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री के जिले का था इसलिए उनके खास लोगो का भ्रमण में सम्मिलित होना लाजमी था। 

उद्योग संचालको का भी भाजपा पदाधिकारी की ओर ज्यादा ध्यान था। 

शहर विधायक को आज 2 वर्ष पश्चात जिले के उद्योगों की सूद ली गई क्योंकि ग्वालियर में अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट का आयोजन हो रहा है, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 2 लाख करोड़ रुपये के उद्योगों का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। इस समिट में देश के बड़े उद्योगपति शामिल होंगे, यहां लोकल मंत्री जी का प्रदर्शन अच्छा लगे इसीलिए जिले के चालू उद्योगों का भ्रमण कराया गया। जिले के जनसंपर्क कार्यालय द्वारा भी जनप्रतिनिधि व भाजपा पदाधिकारीयो के भ्रमण की जानकारी दी।कुल मिला कर आयोजन समझ से परे रहा, पत्रकारों की भी कोई रुची नहीं दिखी।                                                                   “भ्रमण जन चर्चा बना, बंद उधोग दिखाते”

ओधोगिक कब्रिस्तान बने रतलाम में जहाँ सारे बडें उधोग बंद हो गए, सरकारी क्षेत्र के उधोग अल्कोहल प्लांट बंद हो गया इसकी जमीन पर भी गिद्ध निगाह हे, सज्जन मिल की शेष भूमि पर भी सत्तादल के नेताओं की निगाह हे एसे में प्रशासन ने क्या सोचकर यह भ्रमण रखा इसकी जन चर्चा है बंद उधोगों के शहर रतलाम को नये उधोगों का सपना दिखाया जा रहा हे जो कभी सच होता नजर नही आ रहा। एक मात्र उधोग हे इप्का जहाँ श्रमिक कर्मचारियों का शोषण ठेकेदारों द्वारा हो रहा है। कोई देखने वाला नही सभी नेता ठेकेदार बने श्रमिकों को कम वेतन पर काम पर रखवा कर संयुक्त शोषण हो रहा है।