आज की युवा पीढ़ी को वीरांगनाओं से प्रेरणा लेना चाहिए – धमचक मुलथानी

संस्था महक कला साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच रतलाम ने किया प्रतिभाशाली बेटियों का सम्मान

रतलाम 22 दिसम्बर। नगर की अग्रणी संस्था महक कला साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच के तत्वाधान में नगर की प्रतिभाशाली बेटियों का सम्मान समारोह गुलाब चक्कर में सम्पन्न हुआ । जिसके मुख्य अतिथि रतलाम के हास्य कवि धमचक मुलथानी, संस्था अध्यक्षता साहित्यकार हरिशंकर भटनागर द्वारा की गई।
संस्थापक मोडिराम सोलंकी एकांत द्वारा महक संस्था की उपलब्धियों के बारे में बताया गया ।  महक संस्था निस्वार्थ, सेवाभाव, समभाव को दृष्टिगत रखते हए पिछले २५ वर्षो से सेवा कार्य कर रही है । जिसमें मुख्य रूप से बेटियों का सम्मान समारोह है, संस्था द्वारा कवि सम्मेलन, काव्य गोष्ठी, व्याख्यान, परिचर्चा आदि रचनात्मक कार्य करती है । अतिथि देवो भव । अतिथि देवताओं के समान होता है। सम्मान किसी भी रूप मेें किया जा सकता है ।  आज आयोजन के माध्यम से हम बेटियों से यही कहना चाहते है कि शिक्षा हो, खेलकूद हो या कला का क्षैत्र हो सदैव अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन करने का प्रयास करे इसी शुभकामनाओं के साथ आज हम ५१ से अधिक बालिकाओं को सम्मानित कर रहे है ।
हास्य कवि मुख्य अतिथि धमचक मुलथानी ने अपनी बात बेटियों पर केन्द्रित कविता के माध्यम से कहीं होठों की मुस्कुराहट होती है बेटियाँ,  सूने आँगन की आहत होती है, बेटियाँ माता-पिता को थोड़ी सी पीड़ा हो तो, बेटे से ज्यादा आहत होती है बेटियाँ, घर में हरियाली हो तो घर हरा-भरा लगता है । बेटी घर में हो तो घर भरा-भरा लगता है । आगे धमचक जी ने बेटियों को परिभाषित करते हुए कहा कि इतिहास साक्षी है, चाहे रानी दुर्गावती हो, चाहे झांसी की रानी हो, चाहे लक्ष्मीबाई, मीराबाई हो, बेटियों का इतिहास भरा पड़ा है । उनसे हमेशा प्रेरणा लेना चाहिए और बेटियों का सम्मान करना चाहिए । बेटियों को मिलने प्रोत्साहन से बेटियाँ आज जमीन से अंतरिक्ष तक का सफर तय कर रही है । आज हर बेटियों के चेहरे खिले-खिले और  अपनी करियर के शिखर पर पहुंचकर अपनी सफलता को महका रही है ।
अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार हरिशंकर भटनागर ने कहा कि महक  संस्था अपने आप में एक अनूठी संस्था है । जो समाज के हित में समाज के लिए कार्य करती है । संस्था ने २५ वर्षो में अनेक उपलब्धियाँ हासिल की है । हम सब एक ही परिवार के होकर रचनात्मक कार्य करते है और करते रहेंगे । बेटियों का सम्मान अपने आप में एक मिसाल है । जो हमेशा याद रहेगा । महक संस्था मध्यप्रदेश की एकमात्र साहित्यिक संस्था है जो प्रतिभाशाली बेटियों का सम्मान करती आ रही है । जो हमेशा याद रहेगा ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती का पूजन और माल्यार्पण किया गया। पश्चात अतिथियों का स्वागत मोडीराम सोलंकी, गोपाल परमार, राजेश पवन शर्मा, श्रीमती स्नेहलता धाकड़, संजय परसाई सरल, सुभाष यादव, कैलाश वशिष्ट, नलकुई से रामेश्वर पाटीदार, विशाल पितलिया, पंकज व्यास, आशीष दशोत्तर, पं. उपाध्याय, अखिलेश स्नेही आदि ने किया ।
इस अवसर पर बेटियों के परिजन सहित नगर के गणमान्य नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार आशीष दशोत्तर ने किया एवं आभार राजेश पवन शर्मा ने माना ।

सम्मानित बेटियों की सूची

शिक्षा के क्षेत्र में – दिपिका रैकवार 11 वी, तनु पण्डवाल 11वी, देवांशी शर्मा 11वी, मेघा मकवाना 11वी, हंसिका सोलंकी 11वी, राजेश्वरी शर्मा 11वीं, सानीया खोकर 11वी, सामीया खान 11वी, अरसला शेख 11वीं, शिफा खान 12वी, सबीना बी 11वी, सययद महक बी,निधि मरमट 11वीं ,वंशिका उटगरीया 11वी,रितिका जैन 12वी, सादेका खान 12वीं, सादिया जफर 12वी, आलीया खान 11वी, अरिना शेख 12वी,  अलिजा शेख 12वी, अलीशा खान 12वी, इरम बानो 12वी,  ।

अन्य क्षेत्र में – मन्तशा खान 11वी खेल के क्षेत्र मे, आरती गामड़ 10वी खेल के क्षेत्र मे, विनिशा पितलिया 1 वी योगा में, एलिश फर्नांडिस प्योनो के क्षेत्र में, माही पनोला गायन के क्षेत्र में,  जमी शाह ब्युटी एण्ड वेलनेस।

चित्रकला के क्षेत्र में – चाईना मेहता 11वी, रितिका परमार 11वी, शमरीन अली 11वी, ओजस्वनी डोडिया, राधिका वसुनिया 12वी, राधा मचार 12वी,  लक्ष्मी असावरा 12वी, वंशिका राठोर 12वी, आरजू अली 11वीं, हर्शिता परमार 12वी, निर्मला परमार 11वी,अनिशा खान 12वी,साहिबा अब्बासी 11वी ।

नृत्य के क्षेत्र मे – निशा कुंवर 12वी, शीतल चौधरी 12वी, अलफिया खान 12वी, राखी गरवाल 12वी, मंजू भूरिया 12वी, आलिया खान 11वी, हिंमाशी गोटवाल 12वीं. नंदनी देवडा 11वी, हर्षिता डामर 12वी
सविता कतिजा 12वी, अंजली गोसर 11वी, चंचल मालवीय 11वी।

मेहंदी के क्षेत्र में – नबिला बी 11वी, अक्षा बी 11वी, सबानाज खोकर 12वी, सादिया खोकर 12वी।