स्व. पं. डॉ. शिवशक्तिलाल शर्मा जी की पुण्यतिथि पर निःशुल्क स्वर्ण प्राशन शिविर का आयोजन किया गया

रतलाम । पं. डॉ. शिवशक्तिलाल शर्मा आयुर्वेदिक चिकित्सा एंव महाविद्यालय, आयुष ग्राम बंजली, रतलाम द्वारा संस्था के पितृपुरुष स्व. पं. डॉ. शिवशक्तिलाल शर्मा जी की पुण्यतिथि पर निःशुल्क स्वर्ण प्राशन शिविर का आयोजन संस्था चेयरमैन एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ अभिजीत देशमुख सर, संचालक नीरज त्रिवेदी के निर्देशानुसार एवं प्राचार्य डॉ. दिलीप नलगे एवं अस्पताल इचांर्ज डॉ. प्रिया मोरे के मार्गदर्शन में दिनांक 09 दिसंबर 2025 को सरस्वती शिशु मदिंर, कस्तुरबा नगर एवं शासकीय प्राथमिक विद्यालय, बरबड हनुमान मदिंर के पास आयोजित किया गया। स्वर्ण प्राशन शिविर में 04 वर्ष से 15 वर्ष के 119 बालक बालिकाओं को निःशुल्क स्वर्ण प्राशन कराया गया।
प्राचार्य डॉ. दिलीप नलगे ने स्वर्ण प्राशन के महत्व पर जानकारी देते हुए कहा कि स्वर्णप्राशन एक प्राचीन आयुर्वेदिक प्रक्रिया है जो बच्चों को शुद्ध सोने की भस्म (स्वर्ण भस्म) के साथ जड़ी-बूटियों और शहद से तैयार घी में मिलाकर दी जाती है. यह बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता, बुद्धि, स्मरण शक्ति और शारीरिक तथा मानसिक विकास को बढ़ावा देने के लिए स्वर्ण प्राशन विधि अपनाई जाती है, इस विधि से बच्चों की इम्यूनिटी बूस्ट होती है. साथ ही इससे शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है।
संस्था संचालक नीरज त्रिवेदी ने बताया कि पं. डॉ. शिवशक्तिलाल शर्मा आयुर्वेदिक चिकित्सा एंव महाविद्यालय, आयुष ग्राम बंजली, रतलाम के सर्वसुविधायुक्त अस्पताल में आयुर्वेदिक चिकित्सा पंचकर्म थैरेपी, फिजियोथैरेपी, सभी रोगो हेतु परामर्श एवं भर्ती की सुविधा उपलब्ध है, साथ ही एक्स-रे, पेथोलाॅजी जांचे, नशामुक्ति परामर्श आदि रियायती दरों पर किया जाता है। शिविर में डॉ. शर्वरी साने, डॉ., पी.जी स्कालर डॉ. श्रेया, डॉ.यशस्विनी, डॉ. महिमा, डॉ. अविनाश एवं इंटर्न डाक्टर्स आदि का विषेश सहयोग रहा।