प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सांस्कृतिक विरासत के संवर्धन का सराहनीय कदम है ऋषभायन २.० – किरेन रिजिजू

22 देशोसे भारतीय संस्कृति के अभ्यासक उपस्थित रहेंगे: ललित गांधी

रतलाम। महाराष्ट्र सरकार के “जैन अल्पसंख्यक विकास आर्थिक निगम” एवं लब्धि जन विकास ट्रस्ट तथा अखिल भारतीय जैन अल्पसंख्यक महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में 19 से 21 दिसंबर के बीच मुंबई में आयोजित *विश्व संस्कृति परिषद- ऋषभायन 2.0* के आमंत्रण पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री श्री किरेन रिजीजू की अध्यक्षता मे नई दिल्ली में संपन्न विशेष बैठक मे “ऋषभायन 2.0” का संकल्प पत्र प्रस्तुत करते हुए ‘अखिल भारतीय जैन अल्पसंख्यक महासंघ’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जैन निगम के अध्यक्ष (राज्यमंत्री) ललित गांधी ने कहा की आचार्य यशोवर्म सुरिश्वरजी के मार्गदर्शन में संकल्पित ऋषभायन मे भारतीय संस्कृति के पुरोधा राजा ऋषभदेव द्वारा मानवीय संस्कृति की हुई शुरुआत, जीवन द्यापन की विविध 72 कौशल कला, 64 ललित कला इनका वर्तमान परिप्रेक्ष में प्रदर्शनी के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया जाएगा ।
वर्तमान आधुनिक समय में प्राचीन भारतीय संस्कृति का महत्व दर्शाती हुई विभिन्न उपलब्धियां एवं अवसरोंका विशाल प्रदर्शन इस अवसर पर आयोजित किया जाएगा !1000 से अधिक ग्रंथोंका विमोचन एवं विश्व भर के 22 देश से आने वाले भारतीय संस्कृति के संशोधक अपने शोध प्रबंध प्रस्तुत करेंगे।
इस विशाल आयोजन में विभिन्न धर्मप्रमुख, विश्वविद्यालय के कुलपति,इतिहासकार, नीति निर्धारक, संशोधन छात्र आदि भारत भर के 2 लाख से अधिक लोग सहभागिता करेंगे ! इस अवसर पर अल्पसंख्यक विभाग संबंधित विविध विषयों पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए श्री गांधी के निर्देशों पर अखिल भारतीय जैन अल्पसंख्यक महासंघ के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री सौरभ भंडारी ने जैन समाज के इतिहास और वर्तमान पर प्रकाश डालते हुए जैन धर्म एवं समाज हितार्थ मांगे रखी जिसमें साधु साध्वियों के ऊपर प्राण घातक हमला करने वालों पर सख्त कार्यवाही एवं उनकी मंशा की जांच के साथ कानून में सख्त धाराओं को जोड़ने का निवेदन किया तो वही कानून का दुरुपयोग कर मुंबई में तोड़े गए जैन मंदिर को तोड़ने वाले अधिकारियों को बर्खास्त कर एवं प्रशासन द्वारा उसके पुनर्निर्माण की मांग रखी , सभी तीर्थ क्षेत्रो के अतिक्रमण मुक्त करने एवं यात्री सुविधाओं की वृद्धि के साथ आधारभूत संरचनाओं के विकास संबंधी मांग रखी , छात्रवृत्ति योजनाओं में आ रही समस्याओं का निराकरण एवं पुनर निर्धारण के साथ जैन समाज की धार्मिक पाठशालाओं को वार्षिक अनुदान योजना प्रारंभ करने की भी मांग रखी ! एनएमडीएफसी की ऋण योजना एवं संचालित अन्य योजनाओं को प्रारंभ एवं उनको सरलीकरण करने की भी मांग माननीय मंत्री श्री किरण रिजीजू जी से की । जिस पर श्री रिजिजू ने विभाग संबंधित विषयों पर चर्चा हेतु स्वतंत्र बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए।
भारतीय संस्कृति के संवर्धन एवं विश्व भर में इसका महत्व अधोरेखित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्राचीन धरोहर एवं प्राचीन ग्रंथो का संवर्धन करनेके साथ भारतीय संस्कृति को अधिक प्रभावी रूप से विश्व भर में प्रस्तुत करने की प्रेरणा दी है !उन्हीं के प्रेरणा से प्रभावित होकर भारत का यह विशाल आयोजन 19 से 21 दिसंबर तक कोरा केंद्र बोरीवली, मुंबई में संपन्न हो रहा है! इस महत्वपूर्ण आयोजन में अधिक से अधिक सहभागिता करने का अनुरोध जैन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र सरकार के जैन निगम के अध्यक्ष (राज्यमंत्री) ललित गांधी ने आयोजन समिति की ओर से किया है।