पिछले 3 माह में नवजात शिशु मृत्यु दर घटकर मात्र एक प्रतिशत रही
रतलाम 14 नवंबर।सिविल सर्जन डॉ एम एस सागर की अध्यक्षता में एस एन सी यू, पी आई सी यू सी एवं पीडियाट्रिक वार्ड की मासिक बाल मृत्यु समीक्षा आयोजित की गई। बैठक का संचालन आई पी यू प्रभारी डॉ ए पी सिंह, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ और डॉ आर सी डामोर शिशु रोग विशेषज्ञ एवं एम सी एच अस्पताल के नोडल अधिकारी की उपस्थिति में किया गया। बैठक के दौरान डॉ ममता शर्मा स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ सहित सभी महिला चिकित्सक डॉ अभिषेक अरोरा, आर एम ओ समस्त संबंधित नर्सिंग ऑफिसर्स उपस्थित रहे।
बैठक में एस एन सी यू की समीक्षा में पाया गया कि नवजात मृत्यु दर में लगातार सुधार हुआ है एवं अन्य पैरामीटर में भी काफी सुधार हुआ जिस संबंध में सिविल सर्जन डॉ एम एस सागर द्वारा प्रभारी अधिकारी एवं प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर एवं समस्त चिकित्सक को बधाई देते हुए कार्य की सराहना की।
बैठक में चर्चा उपरान्त पाया गया कि एस एन सी यू की माह अप्रैल 2025 से माह अक्टूबर 2025 की औसत मृत्यु दर घटकर 2.4 प्रतिशत हो गई है जो कि राज्य की औसत मृत्यु दर 10 प्रतिशत से काफी कम है, जिसे सभी ने सराहा तथा सिविल सर्जन ने समस्त स्टाफ एवं चिकित्सकों का हौंसला बढ़ाया । विगत 3 माह से यह मृत्यु दर मात्र 1 प्रतिशत ही बनी हुई हैं जिसे निरंतर बनाए रखने हेतु टीम प्रयासरत है। औसत रेफर दर विगत 6 माह की 5 प्रतिशत एवं सक्सेसफुल डिस्चार्ज 91 प्रतिशत रहा एवं लामा दर 2 प्रतिशत रही तथा अन्य आंकड़े भी राज्य स्तर के मानकों के अनुकूल ही रहे हैं। समीक्षा के दौरान सिविल सर्जन ने निर्देशित किया कि प्रत्येक स्थिति में नवजात शिशु एवं गर्भवती महिलाओं को प्रसव संबंधी स्वास्थ्य सेवाएं निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार उपलब्ध कराई जाए। अस्पताल में सभी उपलब्ध आवश्यक उपकरण अच्छी अवस्था में रखे जाएं और उनका उचित उपयोग किया जाए ताकि नवजात शिशु मृत्यु दर को शून्य पर लाया जा सके। बैठक के दौरान विगत समय में हुए नवजात शिशुओं की मृत्यु के कारणों की विस्तृत पड़ताल की गई एवं इसमें सुधार हेतु आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया।
