बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ योजनांतर्गत गुलाब चक्कर में “शक्ति संवाद“ उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

रतलाम । “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ“ योजनांतर्गत स्व सहायता समूह के सदस्यों का उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण आयोजित किया गया। कार्यक्रम मे रतलाम नगर निगम आयुक्त श्री अनिल भाना ने संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में सदैव सकारात्मक रहते हुए कार्य करना चाहिए जिससे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखा जा सकता है। यदि हम सब मिलकर प्रयास करे तो बाल विवाह रूपी अपराध को शीघ्र दूर कर सकते है और आने वाले 5 सालों बाद बाल विवाह कोई मुद्दा ही नही रह जायेगा जिस पर चर्चा की जाये।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहायक संचालक ,महिला एवं बाल विकास सुश्री भारती ङांगी ने बताया कि विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है लेकिन बहुत योजनाएं ऐसी है जिसमें बाल विवाह होने के कारण लाभ नही दिया जा सकता है इसलिए बाल विवाह शारीरिक, मानसिक विकास के साथ आर्थिक विकास मे भी बाधा है। हम लड़का लड़की बराबरी की बात करते है लेकिन क्या वास्तव मे उनके साथ बराबरी का व्यवहार करते है इस पर विचार करने की आवश्यकता है जब हम इस विचार के साथ संवाद शुरू कर देंगे उस दिन लिंगभेद को कम या समाप्त कर पायेंगे।
इस अवसर पर कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबन्धक सुनील सेन द्वारा मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक सहयोग, जेन्डर एवं बाल विवाह पर प्रस्तुतीकरण एवं विङियो के माध्यम उन्मुखीकरण किया गया है। किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य को समझना और उसका उचित समाधान करना आवश्यक है माता-पिता और विशेषकर महिलाएं इसे बेहतर तरीके क्रियान्वित कर सकती है। किशोरों का परामर्श करने के लिए लुक, लिसन और लिंकजेस (3स्) बहुत महत्वपूर्ण और प्रभावी होते है।
बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम पर चर्चा करते हुए बताया कि बाल विवाह सामाजिक में फैला हुआ ऐसा अपराध है जो बालिकाओं और बालकों के जीवन में विकास को अवरूद्ध करता है उनके शैक्षणिक,मानसिक और शारीरिक विकास मे बाल विवाह रोङा बनते है और उनके बाल अधिकारों का हनन करते है। साथ ही जेन्ङर के सत्र पर चर्चा करते हुए बताया गया कि हम सब बराबरी की बात करते है लेकिन हमारे व्यवहार मे वो बराबरी दिखाई नही देती है अब समय है की हम सामान अवसर के साथ सामान व्यवहार और कार्यो के विभाजन पर भी विचार करने की आवशयकता है हमें अपनी दैनिक दिनचर्या में सामाजिक व्यवहार परिवर्तन को शामिल करते हुए कार्य करना होगा तभी सामान व्यवहार कर सामाजिक लिंगभेद को समाप्त कर पायेंगे। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने सक्रिय सहभागिता करते हुए अपनी समझ बनाने का प्रयास किया गया। इस अवसर पर शहरी अजीविका मिशन,नगर निगम की सिटी मिशन मैनेजर सुश्री ललिता बरङे एवं सुश्री नेहा कुवाल सक्रिय समन्वय के साथ उपस्थित थे।