जब तक धन आपके पास है तब तक दुनिया आपके साथ है : डॉ संयमलता म सा

मास क्षमण तपस्वी का श्री संघ ने किया अभिनन्दन

रतलाम 6 अगस्त । जैन स्थानक पर आयोजित धर्मसभा मे जैन दिवाकरीय महासती डॉ संयमलता मसा ने परिग्रह के बारे में फरमाया की 09 ग्रह है और परिग्रह 10वां ग्रह है। हम परिग्रह को पाप नही मानते है, जितने सागर में बुलबुले, उतने अम्बर में तारे, जितने है पेड़ो पर पत्ते उससे ज्यादा येसपने हमारे। पईसो पास तो राजी नारी, ना हो तो ताना देवे भारी, जब तक धन आपके पास है तब तक दुनिया आपके साथ है, तीन दिन अगर घर पर बैठ जाओगे तो पत्नि खुद कह देगी की घर में क्यों बैठे हो, दुकान जाओ ऑफिस जाओ। एक रोचक दृष्टान्त के द्वारा मसा ने फरमाया की कोई सगा नही है सब स्वार्थ के साथी है। स्वार्थ खत्म रिश्ता खत्म ।
डॉ अमितप्रज्ञा जी मसा ने फरमाया की दुनिया में जीने के लिये हमेशा दूसरों का सहारा लगता है और तो और मरने के बाद भी सहारा लगता है। सहारा लेना ही है तो परमात्मा का सहारा लो। हम छोटी छोटी बात के लिये गुरु ईश्वर, परमात्मा से मनोकामना करते है और पूरी नही होने पर हमारा विश्वास डगमगा जाता है। जँहा तक सम्भव हो परमात्मा से कुछ मत माँगो, स्वंय की मेहनत और पुरुषार्थ पर भरोसा रखो, जब जीवन मरण का प्रश्न आए तभी माँगो। श्रद्धा गहरी रखो । ट्यूब वेल खुदवाना है 50 फ़ीट खोदा पानी नही आया फिर दूसरी जगह फिर तीसरी जगह अगर एक ही जगह 150 फ़ीट खोद देते तो जरूर पानी निकल जाता। प्रभु और गरुओ के सहारे से कइयों को किनारा मिला है।
धर्मसभा में मासक्षमण तपस्वी आभा बोराणा और आठ उपवास के तपस्वी अरिहन्त बोराणा का स्वागत अभिनन्दन श्रीसंघ की और से किया गया। तप अभिनन्दन की अनुमोदनार्थ मसा ने फरमाया की तपस्या करना कोई खेल नही, ये कोई चाट या भेल नही, स्टेशन पर मिलने वाली रेल नही।