वर्षावास का पहला मासक्षमण पूर्ण हुआ
रतलाम। आचार्य प्रवर पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. के सुशिष्य धर्मदास गणनायक प्रवर्तक पूज्य श्री जिनेंद्रमुनिजी म.सा. आदि ठाणा – 9 डीपी परिसर लक्कड़पीठा पर व पुण्य पुंज साध्वी श्री पुण्यशीलाजी म. सा. आदि ठाणा – 10 गौतम भवन पर वर्षावास हेतु विराजित है। प्रवर्तक श्रीजी, संत मंडल और साध्वी मंडल के सानिध्य में गुरु समर्पण वर्षावास में यहां त्याग तपस्याओं का दौर चल रहा है। हर वर्ग, हर उम्र व बच्चे भी तपस्या में रम गए हैं।
गुरु समर्पण समर्पण वर्षावास समिति के मुख्य संयोजक शांतिलाल भंडारी, श्री धर्मदास जैन श्री संघ के अध्यक्ष रजनीकांत झामर, चातुर्मास समिति के अजीत मेहता ने बताया कि यहां पर तपस्वी श्रीमती सरला विनोदजी झामर ने 31 उपवास की कठोर तपस्या पूर्ण की। वे पूर्व में भी कई तपस्याएं कर चुकी हैं। वर्षावास का यह पहला मासक्षमण पूर्ण हुआ। श्री धर्मदास जैन श्री संघ व संघ की समस्त संस्थाओं ने उनके कठोर तप की खूब-खूब अनुमोदना की। यहां पर 21 उपवास, 16 उपवास, 17 उपवास सहित बड़ी संख्या में 11, 9 व 8 उपवास आदि विभिन्न तपस्या पूर्ण हो चुकी है। तपस्या का क्रम निरंतर जारी है। यहां पर तेला व आयंबिल की लड़ी भी चल रही है। यहां पर सिद्धि तप, धर्म चक्र, अणु चक्र, तप, वर्धमान नीवीं तप, मेरु तप, परदेसी राजा तप आदि विभिन्न तपस्याएं श्रावक, श्राविकाएं कर रहे हैं। वही बड़ी संख्या में आराधक उपवास व एकासन से वर्षीतप की तपस्याएं भी कर रहे हैं। कई तपस्वी गुप्त तपस्याएं भी कर रहे हैं।