रतलाम 23 मार्च। प्रधानमंत्री टी बी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत रतलाम जिले में विश्व क्षय दिवस 24 मार्च के अवसर पर जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएगी । इस वर्ष विश्व क्षय दिवस की थीम” Yes we can END T B : Commite, Invest, Deliver ” रखी गई है। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले को वर्ष 2025 तक टी बी मुक्त बनाया जाना है। इस क्रम में विश्व क्षय दिवस के अवसर पर डॉ लक्ष्मी नारायण पांडे मेडिकल कॉलेज रतलाम में संवेदीकरण कार्यशाला , रेलवे हॉस्पिटल की ओर से टी बी के पॉजिटिव मरीज को निक्षय मित्र के तहत 100 फुड बास्केट की प्रदायगी , जिला चिकित्सालय से जागरूकता रैली एवं अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएगी। भारत सरकार के सूचकांकों के अनुसार संपूर्ण भारतवर्ष में वर्ष 2002 की स्थिति में लगभग प्रति मिनट पांच व्यक्तियों की मृत्यु टी बी या इससे संबंधित के कारण होती थी। वर्ष 2024 में इस स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होकर वर्तमान में लगभग प्रति 5 मिनट में एक व्यक्ति की मृत्यु टी बी अथवा इससे संबंधित कारणों से होती है तथा इस स्थिति में सुधार लाकर इसे शून्य पर लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम एस सागर ने बताया कि जिले में टी बी के मरीजों को खोजने के लिए सौ दिवसीय नि क्षय शिविर अभियान का आयोजन किया गया है। इसके लिए मरीजों की निशुल्क जांच , निशुल्क एक्स रे, निशुल्क उपचार की सुविधा जिले के शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपलब्ध कराई गई है। टी बी के नए मरीज खोजने के लिए प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सकों को नोटिफिकेशन के लिए 500 रुपए प्रति मरीज के मान से प्रदाय किया जा रहे हैं। निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत टी बी के रोगियों को नवंबर 2024 से 1000 प्रति माह की राशि सीधे उनके खातों में प्रदान की जा रही है। टी बी के मरीजों का डॉट्स पद्धति से निरंतर उपचार करने के लिए आशा कार्यकर्ता को 1000 रुपए की राशि प्रति मरीज के मान से प्रदान की जा रही है। वहीं सैलाना और बाजना के क्षेत्र में रोगियों को आने जाने के लिए एक बार 750 रुपए प्रदान किये जा रहे हैं।
जिला क्षय अधिकारी डॉ अभिषेक अरोरा ने बताया टी बी मुख्य रूप से खांसने एवं छींकने से होने वाली संक्रमित बीमारी है। इसका संक्रमण हवा से अर्थात ड्रॉप लेट इन्फेक्शन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को होता है। टी बी के मुख्य लक्षण 15 दिन से अधिक की खांसी , लगातार बना रहने वाला बुखार, वजन में कमी, भूख न लगना आदि मुख्य है। टी बी के निशुल्क उपचार, समस्त प्रकार की जांचों की व्यवस्था , शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में पूरी तरह निशुल्क उपलब्ध है। समय पर जांच और उपचार करने से टी बी पूरी तरह ठीक हो जाती है। इसका उपचार बीच में नहीं छोड़ना चाहिए । वर्ष 2024 में रतलाम जिले में टी बी के लगभग 4356 मरीज है। जबकि लगभग 3484 लोग अपना उपचार पूर्ण कर चुके हैं और स्वस्थ हैं। वर्तमान में लगभग 1500 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। निक्षय मित्र योजना के योजना प्रारंभ से अब तक जिले में लगभग 2000 से अधिक फूड बास्केट प्रदान टी बी के रोगियों को किये जा चुके हैं। निक्षय मित्र योजना के अंतर्गत कोई भी सामान्य व्यक्ति अपनी ओर से टी बी के रोगियों को उच्च प्रोटीन युक्त पोषण आहार अपने स्वयं के व्यय पर फूड बास्केट के रूप में प्रदान कर सकता है। 1 फुड बास्केट में 5 किलो आटा, 1 किलो दाल, 1 किलो सिके चने , 1 किलो मूंगफली के दाने, आधा किलो गुड, आधा किलो राजमा आदि प्रदान करना होता है। कोई भी व्यक्ति जिला क्षय केंद्र जिला चिकित्सालय में संपर्क स्थापित करके अपने ओर से फूड बॉस्केट टी बी के रोगियों को स्वयं प्रदान कर सकते हैं। कार्यक्रम के संबंध में अधिक जानकारी जिला क्षय केंद्र जिला चिकित्सालय रतलाम अथवा टोल फ्री नंबर 18003132222 पर संपर्क स्थापित करके प्राप्त की जा सकती है।